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डिजिटल के प्रयोग में ओडिशा सरकार ने रचा एक और इतिहास

  • ओडिशा विजन 2036 और 2047 पहल में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी

  • राज्य सरकार को 3 लाख से अधिक नागरिक सुझाव मिले

  • एआई से हुई सभी सुझावों की समीक्षा और विश्लेषण

भुवनेश्वर। डिजिटल के प्रयोग में ओडिशा ने देश में एक और इतिहास रचा है। देश के साथ-साथ राज्य को विकसित करने के लिए नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है तथा प्राप्त लाखों सुझावों की समीक्षा और विश्लेशण में एआई का प्रयोग किया गया है।
देश में इतनी बड़ी संख्या में जनभागीदारी सुनिश्चित करने और लाखों सुझावों की समीक्षा और विश्लेशण में एआई का प्रयोग करने वाला पहला राज्य ओडिशा बना है।
बताया गया है कि ओडिशा सरकार को अपनी ओडिशा विजन 2036 और 2047 पहल के तहत भारत और विदेशों से ईमेल, व्हाट्सएप और विशेष ओडिशा विजन वेबसाइट के माध्यम से 3 लाख से अधिक नागरिक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
यहां जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि यह उल्लेखनीय जन-सम्मेलन ओडिशा को भागीदारी आधारित शासन में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करता है, जिसका साझा मिशन विकसित ओडिशा, विकसित भारत की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ओडिशा के भविष्य को आकार देने के लिए मूल्यवान सुझाव देने वाले सभी योगदानकर्ताओं को धन्यवाद दिया है।
बयान में बताया गया है कि भारत में पहली बार ओडिशा ने नागरिकों के सुझावों की समीक्षा और विश्लेषण के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है, जिससे यह सुनिश्चित किया गया कि हर आवाज को सुना जाए और सर्वोत्तम विचारों को राज्य की रणनीतिक मार्गदर्शिका में शामिल किया जाए।
यह अभिनव कदम ओडिशा की उस प्रतिबद्धता को उजागर करता है, जिसमें नागरिक-प्रेरित नीति निर्माण को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव और प्रभाती पारिडा ने भी अपनी सच्ची सराहना व्यक्त करते हुए सामूहिक प्रयास की शक्ति को रेखांकित किया और एक समृद्ध ओडिशा के दृष्टिकोण को साकार करने पर जोर दिया।
एक ऐतिहासिक सहयोग, उज्ज्वल भविष्य के लिए, ओडिशा विजन नागरिक भागीदारी मंच को छात्रों, पेशेवरों, सरकारी अधिकारियों, संगठनों और प्रमुख व्यक्तित्वों सहित विभिन्न हितधारकों से सुझाव प्राप्त हुए हैं।
इन योगदानों ने 17 परिवर्तनकारी विषयगत क्षेत्रों को कवर किया है, जो ओडिशा की स्थायी और समावेशी विकास के लिए नींव का काम करेंगे।
कुछ परिवर्तनकारी विषयगत क्षेत्र
1. कृषि और ग्रामीण विकास: जलवायु-स्मार्ट कृषि, उन्नत सिंचाई और बाजार कनेक्टिविटी पर जोर।
2. सतत खनन प्रथाएं: पर्यावरणीय स्थिरता और सामुदायिक कल्याण को प्राथमिकता।
3. महिला-नेतृत्व वाला विकास: महिला उद्यमियों को बढ़ावा देना और लिंग समानता को प्रोत्साहित करना।
4. पर्यटन और धरोहर: रणनीतिक अवसंरचना के माध्यम से इको और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना।
5. शहरी विकास: स्मार्ट शहरों और सतत शहरीकरण को बढ़ावा देना।
6. जलवायु लचीलापन: आपदा तैयारी को मजबूत करना और नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को अपनाना।
डिजिटल का सकारात्मक उपयोग में दूसरा कदम
डिजिटल का सकारात्मक उपयोग करने के क्षेत्र में ओडिशा सरकार का यह दूसरा बड़ा कदम है, जहां उसने विकास को लेकर लाखों की संख्या में लोगों को अपने साथ जोड़ा है। इससे पहले मोहन चरण माझी की नेतृत्व वाली नई सरकार ने राज्य में महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई सुभद्रा योजना से लाभार्थियों को जोड़ने के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रयोग किया था। बहुत कम समय में ही लगभग एक करोड़ महिलाओं ने इस योजना के लिए आवेदन कर दिया था।

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