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विभिन्न जिलों के बाद राजधानी भुवनेश्वर में हिन्दू सुरक्षा मंच का विशाल प्रदर्शन
भुवनेश्वर। बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रहे बर्बर इस्लामी आक्रमण को लेकर ओडिशा के विभिन्न जिला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन किये जाने के बाद आज अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में हिन्दू सुरक्षा मंच के बैनर के तले विशाल विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान विभिन्न संप्रदायों के साधुओं के साथ-साथ विभिन्न हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए तथा बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
भुवनेश्वर के प्रदर्शनी मैदान में आयोजित इस विशाल विरोध प्रदर्शन सभा में वक्ताओं ने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व मानवाधिकार दिवस मना रहा है, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर इस्लामिस्ट द्वारा बर्बर हमलों के कारण मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, इस पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और बुद्धिजीवियों की चुप्प हैं। यह बेहद निंदनीय है।
बांग्लादेश में एक तरह से अल्पसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ दमन चक्र चल रहा है। वहां हिन्दुओं की हत्या हो रही है, महिलाओं के साथ अत्य़ाचार किया जा रहा है। प्रति दिन हिंदू मंदिरों को जलया जा रहा है। मठ व आश्रमों को तोड़ा जा रहा है। साधु-संतों का बंदी बना कर उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह व हत्या जैसे धारायें लगायी जा रही है। बांग्लादेश प्रशासन जमात के साथ मिलकर इस तरह के बर्बर कृत्य़ों को अंजाम दे रहा है। वहां की सेना व पुलिस इस हमलों में भागीदार हैं। वहां की सरकार ही दमन चक्र चला रही है।
वक्ताओं ने कहा कि कभी पाकिस्तानियों द्वारा अत्य़ाचार के बाद भारत ने बांग्लादेश को मुक्त कराया था, लेकिन आज वही बांग्लादेश अल्पसंख्यक हिन्दुओं को भय़ंकर रुप से उत्पीड़न करने में लगा है।
वक्ताओं ने कहा कि इस्लामिस्टों के हमले व वहां की युनिस सरकार के कार्रवाई से बांग्लादेश में हिन्दुओं के अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। इसलिए सारे विश्व के हिन्दुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है। भारत में अवैध रुप से रह रहे बांग्लादेशियों की शीघ्र पहचान कर उन्हें तत्काल बांग्लादेश भेजे जाने की आवश्यकता है। बांग्लादेश के प्रताड़ित हिन्दुओं के लिए भारत सरकार को जो भी संभव कदम है, उसे उठाना चाहिए तथा अवैध रुप से भारत में रह रहे बांग्लादेशियों को उनके देश भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए।
इस सभा में गायत्री परिवार, इस्कॉन परिवार, अनुकूल चंद्र सत्संग, रामकृष्ण मिशन, आर्य समाज, सत्यसाई ट्रस्ट, डिवाइन लाइफ सोसाइटी, पतंजलि योग संस्थान, प्रज्ञा मिशन, भारत योग संस्थान सहित विभिन्न संगठनों के प्रमुखों ने भाग लिया और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की।
इसके बाद हजारों की संख्या में विभिन्न मत, पंथ, समुदाय के प्रमुख, साधुसंत और हिंदू संगठनों के सदस्य एक विशाल शोभायात्रा में शामिल होकर मास्टर कैंटीन चौक पहुंचे। स्वामी शंकरानंद गिरी महाराज, स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, महंत रामकृष्ण दाश, ब्रह्मचारी विश्वचैतन्य, बाबा रमेश चंद्र दास, स्वामी निर्भयानंद गिरि, महंत तेलोक्यश्वर भारती, महंत बैष्णवपुरी, महंत लिंगराजपुरी, स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती, स्वामी जीवन चैतन्य महाराज के नेतृत्व में साधुसंतों का एक प्रतिनिधि दल ओडिशा के राजभवन गया और मान्यवर राज्यपाल के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव को एक ज्ञापन सौंपा।