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नुआपड़ा में एक ही परिवार के तीन की गयी जान
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ढेंकानाल में सड़क हादसे में तीन मजदूरों की मृत्यु
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आक्रोशित भीड़ ने किया सड़क जाम
नुआपड़ा/ढेंकानाल। ओडिशा में दो भीषण सड़क हादसों में छह लोगों की मौत हो गयी, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोग थे। ये दोनों हादसे नुआपड़ा और ढेंकानाल जिले में हुए, जहां तीन-तीन लोगों की मौत हुई।
नुआपड़ा जिले के कोमना क्षेत्र में सोमवार रात तेज रफ्तार ट्रक ने एक बाइक को टक्कर मार दी, जिससे एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान दलदली गांव के रहने वाले गुड्डू धरुआ (22) और उनके भतीजे हेताराम साबर (19) और श्याम साबर (17) के रूप में हुई है।
सूत्रों के अनुसार, तीनों कोसली संस्कृति महोत्सव में शामिल होने के लिए नुआपड़ा गए थे। मेले से लौटते समय उनकी बाइक को एनएच-353 पर दलदली चक के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत एंबुलेंस बुलाकर तीनों को जिला मुख्यालय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और ट्रक चालक को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। इस हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक और गुस्से कायम है।
इधर, ढेंकानाल जिले के परजंग थाना क्षेत्र अंतर्गत खैरामुंडा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-53 पर मंगलवार को हुए एक बस दुर्घटना में तीन मजदूरों की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान नुआपालकटेनी गांव के सागर प्रधान, पीनू साहू और सुमंत परिडा के रूप में हुई है। ये तीनों परजंग थाना क्षेत्र के मुंडाइलो पंचायत के निवासी थे।
तीनों मजदूर छत की सरिया बांधने के काम के लिए मोटरसाइकिल से खैरामुंडा गांव जा रहे थे। इस दौरान एक यात्री बस ‘भोलानाथ’ ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में सागर प्रधान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पीनू और सुमंत गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को ढेंकानाल जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आक्रोशित होकर सड़क जाम कर दिया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। इस कारण तालचेर-डुबुरी मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया और वाहनों की लंबी कतार लग गई।
परजंग पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। लोग मुआवजे की मांग कर रहे थे। घटना से इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल बना हुआ है।