पुरी। ओडिशा के पुरी में खूबसूरत समुद्र तट ब्लू फ्लैग बीच पर आज दोपहर 3:45 बजे भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित शानदार प्रदर्शन को लेकर पूरी पुरी नगरी उत्साहित दिखी। यह कार्यक्रम नौसेना दिवस समारोह का हिस्सा है, जो 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
ब्लू फ्लैग बीच पर जुटे दर्शकों को भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत का अविस्मरणीय प्रदर्शन देखने को मिला। इस कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक रोमांचक गतिविधियां शामिल थीं।
इस भव्य आयोजन में कम से कम 15 युद्धपोतों और 40 विमानों का भाग लिया, जिसने दर्शकों को नौसेना की शक्ति और कौशल का प्रदर्शन किया।
इस दौरान विमानों का प्रदर्शन काफी रोमांचक रहा। इसके साथ ही एंटी-सबमरीन रॉकेट फायरिंग, संयुक्त बलों के प्रदर्शन ने लोगों के दिलों को छू लिया।
ब्लू फ्लैग बीच पर हजारों दर्शकों की सुरक्षा और आयोजन की सफलता के लिए पुरी पुलिस ने हर ट्रैफिक पोस्ट पर स्पष्ट संकेतक लगाया था।
भारतीय नौसेना दिवस पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
भुवनेश्वर। भारतीय नौसेना दिवस के अवसर पर ओडिशा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री ने नौसेना के वीर जवानों को शुभकामनाएं दीं और उनकी अमूल्य सेवा के लिए सराहना की।
मुख्यमंत्री मोहन मांझी ने जताया गर्व
मुख्यमंत्री मोहन मांझी ने सोशल मीडिया पर संदेश साझा करते हुए नौसेना के साहस, समर्पण, और बलिदान को सलाम किया। उन्होंने कहा कि आपके बलिदान पूरे देश को प्रेरित करते हैं। हमें आप पर गर्व है और हम आपके साथ पूरी तरह से एकजुट हैं। जय हिंद!
राज्यपाल रघुवर दास का नमन
राज्यपाल रघुवर दास ने भारतीय नौसेना की वैभवशाली परंपरा को नमन करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “शं नो वरुणः”। उन्होंने नौसैनिकों के साहस और पराक्रम की प्रशंसा की और उनकी समर्पित सेवा को याद किया।
केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने की सराहना
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने नौसेना दिवस पर अपने संदेश में नौसैनिकों और उनके परिजनों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि भारतीय नौसेना शौर्य, समर्पण, कर्तव्यपारायणता और निष्ठा का प्रतीक है। यह देश भारतीय नौसेना के सेवा, तत्परता और बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।
नौसेना दिवस गौरव और समर्पण का प्रतीक
भारतीय नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है, जो 1971 के भारत-पाक युद्ध में नौसेना के अद्वितीय योगदान की स्मृति और गर्व का प्रतीक है। इस अवसर पर पूरे देश में नौसेना के जवानों की सेवा और बलिदान को याद कर उन्हें सम्मानित किया जाता है।
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