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उनकी सेवाएं राज्य के लिए हैं महत्वपूर्ण
भुवनेश्वर। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनोज आहूजा को उनकी सेवानिवृत्ति की निर्धारित तिथि 31 दिसंबर के बाद छह महीने का सेवा विस्तार मिल सकता है। इससे वे ओडिशा के मुख्य सचिव के रूप में अपनी सेवा जारी रखेंगे।
1990 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज आहूजा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के तहत ओडिशा के पहले मुख्य सचिव बने। 2017 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे आहूजा को ओडिशा सरकार के अनुरोध पर राज्य कैडर में वापस बुलाया गया था। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती प्रदीप कुमार जेना का स्थान लिया, जो 30 जून तक विस्तारित कार्यकाल पर थे।
सूत्रों के अनुसार, केंद्र से भुवनेश्वर स्थानांतरित होने और राज्य के शीर्ष प्रशासक के रूप में कार्य करने के लिए आहूजा को एक लंबे कार्यकाल का आश्वासन दिया गया था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने किसी भी विवाद से दूर रहते हुए राज्य की योजनाओं को केंद्र की योजनाओं के साथ तालमेल बिठाने में अहम भूमिका निभाई है।
सरकार का मानना है कि उनकी सेवाएं राज्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्हें विस्तार देना मुश्किल नहीं होगा। हाल के वर्षों में सुरेश महापात्र और प्रदीप कुमार जेना जैसे मुख्य सचिवों को भी सेवा विस्तार दिया गया है।
हरियाणा के रहने वाले मनोज आहूजा ओडिशा के मुख्य सचिव बनने वाले पहले गैर-ओडिया व्यक्ति हैं। इससे पहले, अंतिम गैर-ओडिया मुख्य सचिव गिआन चंद थे, जिन्होंने अप्रैल 1983 से दिसंबर 1985 तक यह पद संभाला था।
आहूजा के कार्यकाल को लेकर सकारात्मक संकेत और उनके कुशल नेतृत्व के कारण सरकार उनके सेवा विस्तार पर विचार कर रही है।