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गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी की
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भुवनेश्वर के मंदिरों और होटलों में छिपकर तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस को बाधित करने की अपील की
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नक्सलियों, माओवादियों और कश्मीरी उग्रवादियों से भी भेष बदलकर मंदिरों और होटलों में शरण लेने को कहा
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राज्य पुलिस हाई अलर्ट पर – डीजीपी
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत कई शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में होने वाली डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस को खालिस्तानी उग्रवादी और ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एसएफआई) संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बाधित करने की धमकी दी है।
पन्नू ने एक वीडियो जारी कर अपने समर्थकों और अनुयायियों से अपील की है कि वे भुवनेश्वर के मंदिरों और होटलों में छिपकर इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस को बाधित करें। उसने नक्सलियों, माओवादियों और कश्मीरी उग्रवादियों से भी भेष बदलकर मंदिरों और होटलों में शरण लेने की अपील की है।
पन्नू, जिसे यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित किया गया है, ने पीएम मोदी को भुवनेश्वर के राम मंदिर में जाने की चुनौती भी दी है। उसने दावा किया कि यह कॉन्फ्रेंस नहीं, बल्कि खालिस्तानी समर्थक सिखों, कश्मीरी उग्रवादियों, नक्सलियों और माओवादियों की हत्या की योजना बनाने के लिए बैठक है।
पन्नू ने आरोप लगाया कि इस बैठक में एनआईए, सीआरपीएफ, एनएसजी, बीएसएफ, आईबी और सीआईएसएफ के 200 से अधिक अधिकारी शामिल होंगे, जो गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विरोधी रणनीति बनाएंगे।
ओडिशा के डीजीपी वाईबी खुरानिया ने इन धमकियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य पुलिस हाई अलर्ट पर है।
ट्विन सिटी पुलिस कमिश्नर सुरेश देवदत्त सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने ओडिशा पुलिस, कमिश्नरेट पुलिस, एंटी-टेरर एजेंसियों और अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ एक मजबूत सुरक्षा तंत्र तैयार किया है। यह आयोजन देश भर में कानून व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करेगा।
पुलिस कमिश्नर ने पन्नू की धमकियों पर कहा कि हमने 70 से अधिक प्लाटून बलों को तैनात किया है। कई भारत विरोधी आतंकवादी हमारे लिए चुनौती हैं, लेकिन हम इन्हें निष्क्रिय करने और देश को ऐसे आतंकवादियों से मुक्त करने के प्रयासों में जुटे हैं।