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14 दिन तक यौन शोषण और देह व्यापार के लिए किया गया मजबूर
भुवनेश्वर। ओडिशा के नवरंगपुर जिले के झरीगांव की एक विवाहिता महिला को कथित तौर पर महाराष्ट्र तस्करी कर ले जाया गया, जहां उसे 14 दिन तक बंधक बनाकर यौन शोषण का शिकार बनाया गया। इस दौरान पीड़िता को कई पुरुषों के साथ जबरन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया।
पीड़िता का आरोप है कि उसे किडनैप कर महाराष्ट्र तस्करी कर बेचने की साजिश रची गई थी। किसी तरह उसने अपने पति को फोन कर अपनी स्थिति की जानकारी दी, जिसके बाद उसके पति ने एक एनजीओ की मदद से उसे बचाया।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी बसुदेव कलार, जो पीड़िता के ही इलाके का निवासी है, ने पहले उसे छत्तीसगढ़ के रायपुर और फिर महाराष्ट्र के नागपुर ले जाकर एक घर में बंधक बना लिया। वहां उसे देह व्यापार में धकेलने की कोशिश की गई और आरोपी ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया।
पीड़िता ने आरोपी की कैद से भागकर अपने पति से संपर्क किया। पहले से ही उमरकोट पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पति ने अब अपहरण, तस्करी और यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
नवरंगपुर के ‘मातृ आश्रम’ एनजीओ की स्थानीय टीम ने महिला को बचाने में अहम भूमिका निभाई। इस घटना से जनता में आक्रोश फैल गया है, और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने और मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।