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महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
राउरकेला। ओडिशा सरकार ने सुभद्रा योजना के तीसरे चरण की पहली किस्त के रूप में 20 लाख से अधिक महिलाओं को 5000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। यह राशि रविवार को सुंदरगढ़ में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान जारी की गई।
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने रविवार को सुंदरगढ़ में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान ओडिशा सरकार की नकद हस्तांतरण योजना के तीसरे चरण में सुभद्रा योजना के तहत 5,000 रुपये की पहली किस्त वितरित की। इस योजना का उद्देश्य वित्तीय सहायता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाभार्थियों के खातों में राशि जमा कर दी गई है और वे अलर्ट के लिए अपने मोबाइल फोन की जांच कर सकते हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित 20 लाख से अधिक लाभार्थियों को तीसरे चरण में राशि प्राप्त हुई है। इससे अब तक इस योजना के तहत कवर की गई कुल महिलाओं की संख्या 80 लाख हो गई है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्राभाती परिडा और पंचायतीराज एवं पेयजल मंत्री रवि नारायण नायक मौजूद थे। शनिवार को परिडा ने कहा था कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और 22% अस्वीकृत आवेदकों को तीसरे चरण में पैसा मिलेगा। राज्य सरकार ने पहले दो चरणों में लगभग 60 लाख लाभार्थियों को 5,000 रुपये वितरित किए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर को इस योजना का शुभारंभ किए जाने पर पहले चरण में लगभग 25 लाख महिलाओं को यह धनराशि प्राप्त हुई थी, जबकि दूसरे चरण में 9 अक्टूबर को लाभार्थियों के बैंक खातों में यह धनराशि जमा की गई थी। भौतिक सत्यापन और अन्य आवेदनों में विसंगतियों के सुधार के बाद, पहली किस्त का चौथा और अंतिम चरण दिसंबर के अंत तक जारी होने की संभावना है, जिसमें कुल 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को शामिल किया जाएगा।
इस योजना के तहत, 21 से 60 वर्ष की आयु के सभी पात्र लाभार्थियों को 2024-25 से 2028-29 तक पांच वर्षों में 50,000 रुपये मिलेंगे। लाभार्थियों को दो समान किस्तों में सालाना 10,000 रुपये मिलेंगे, जो सीधे उनके आधार-सक्षम, डीबीटी-लिंक्ड बैंक खातों में जमा किए जाएंगे।
गौरतलब है कि सुभद्रा योजना भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए किए गए प्रमुख वादों में से एक थी।