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बीजू जनता दल पर साधा निशाना
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कहा-बीजू बाबू को छोड़कर अन्य विभुतियों का बीजद ने की अनदेखी
भुवनेश्वर। मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने आज बीजू जनता दल पर ओड़िया संस्कृति और अस्मिता को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजू बाबू इस राष्ट्र के एक महान पुरुष थे और ओडिशा प्रदेश के लिए उनके कई योगदान हैं। उन्होंने कहा कि बीजू जनता दल जब सरकार में थी, तब उनकी प्रवृत्ति केवल बीजू बाबू को ही सम्मान देने की थी। बीजद ने ओडिशा के अन्य महापुरुषों की अनदेखी की, लेकिन वर्तमान में भाजपा सरकार इस प्रवृत्ति से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा के महान विभुतियों का सम्मान करना, जिनका ओडिशा के प्रति योगदान है, हमारी परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। ओडिशा की संस्कृति के अनुसार, हमारी सरकार काम कर रही है। ओडिशा के जितने भी महान व्यक्तित्व हैं, जैसे मधुसूदन से लेकर डा हरेकृष्ण महताब और बीजू बाबू तक, हम उन्हें पूरा सम्मान देते हैं। इन महान व्यक्तित्वों का सम्मान करना और उनकी पूजा करना, यही भाजपा सरकार कर रही है।
मंत्री ने यह भी कहा कि बीजद सरकार के दौरान केवल बीजू बाबू का ही नाम लिया जाता था और अन्य महान व्यक्तित्वों को नजरअंदाज किया जाता था। उन्होंने यह भी बताया कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था कि महताब जी की जयंती, जो राज्य सरकार के स्तर पर मनाई जाती रही, बीजद सरकार ने दो साल तक बंद कर दी।
उन्होंने इस मानसिकता की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे लोग आलोचना करने का अधिकार नहीं रखते। मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार जिस दिशा में चल रही है, वह ओडिशा की संस्कृति और अस्मिता की रक्षा की दिशा है।
अवैध शराब के खिलाफ शून्य सहनशीलता नीति
ओडिशा सरकार अवैध शराब व्यापार को समाप्त करने के लिए शून्य सहनशीलता नीति अपनायेगी। शुक्रवार को आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने पत्रकारों से बातचीच में यह जानकारी दी। उन्होंन् कहा कि राज्य सरकार अवैध शराब की बिक्री और वितरण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
मंत्री हरिचंदन ने कहा कि आबकारी विभाग उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए ठोस कदम उठाएगा, जहां अवैध शराब बेची जा रही है और जहां अवैध डिस्टिलरीज चल रही हैं। ऐसी सभी गतिविधियों को बंद कर दिया जाएगा। हम राज्य के आबकारी कानूनों में महत्वपूर्ण बदलाव करने पर भी विचार कर रहे हैं।
मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के आबकारी नीति में सुधार के लिए चर्चाएं चल रही हैं, ताकि अवैध शराब व्यापार से अधिक प्रभावी तरीके से निपटा जा सके। हालांकि, इन प्रस्तावित बदलावों की विशिष्ट जानकारी गोपनीय रखी गई है, लेकिन इसका जोर पूरी तरह से कड़े प्रवर्तन और जवाबदेही पर होगा।
उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं की तस्करी के बढ़ते मामले को लेकर राज्य सरकार ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और आबकारी विभाग के साथ मिलकर एक समन्वित रणनीति बनाई है। इस संयुक्त पहल का उद्देश्य राज्य में अवैध रूप से नशीली दवाओं और अवैध शराब का वितरण करने वाले नेटवर्क को नष्ट करना है।