-
बालेश्वर में दो तथा सौंड़िया, मालकानगिरि और कटक में एक-एक की मौत
भुवनेश्वर। कार्तिक पूर्णिमा के उत्सव के बीच ओडिशा में पांच बच्चों की जलाशयों में डूबने से मौत हो गई। शुक्रवार को अलग-अलग घटनाओं में तीन से पांच साल की उम्र के पांच बच्चों की पानी में डूबने से मौत हुई। ये हादसे तब हुए, जब बच्चे पानी में तैर रहे नौकाओं को लाने के लिए गए थे।
बालेश्वर जिले के बस्ता थाना क्षेत्र के पनिशापड़ा गांव में एक दुखद घटना में पांच साल की उम्र की दो बच्चियां एक तालाब में डूब गईं। मृतक बच्चियां दिलीप कुमार दास और मनस नंदा की बेटियां थीं।
बच्चियां पिछवाड़े में खेलते हुए देखी गई थीं। बाद में वे पास के तालाब में तैरती नौकाओं को लाने गईं। जब वे खेल के स्थान पर नहीं मिलीं, तो परिवार वालों ने उनकी तलाश शुरू की।
इसके बाद बच्चियों को तालाब में देखा गया और बाहर निकाला गया और रासगोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
खैरा थाना क्षेत्र के सौंड़िया गांव में भी एक तीन साल का बच्चा तालाब में डूब गया। इसी प्रकार की घटनाएं मालकानगिरि के चंपानगर और कटक के सालपुर में भी हुईं, जहां एक नाबालिग लड़की और तीन साल का एक बच्चा पानी में डूब गए।
भद्रक में नाव में खराबी, सैकड़ों लोग फंसे
भद्रक जिले के बसुदेवपुर ब्लॉक स्थित चूड़ामणि जेटी पर शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बोइत बंदान उत्सव मनाने जा रहे सैकड़ों श्रद्धालु एक नाव में तकनीकी खराबी के कारण फंस गए।
दो नावें कई श्रद्धालुओं को लेकर निकली थीं, लेकिन बीच रास्ते में एक नाव में तकनीकी समस्या आ गई, जिससे उस पर सवार 100 से अधिक यात्री बीच में ही फंस गए। खबर लिखे जाने तक फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी थे। प्रशासन और स्थानीय नाविकों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया था।