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विश्व मधुमेह दिवस पर मधुमेह के खिलाफ एकजुटता का आह्वान किया
भुवनेश्वर। विश्व मधुमेह दिवस पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने नागरिकों से मधुमेह के खिलाफ एकजुट होकर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जागरूकता फैलाकर और अपनी दिनचर्या में सुधार करके हम मधुमेह के खतरों को कम कर सकते हैं।
मधुमेह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर में इंसुलिन की मात्रा में असंतुलन होता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण अस्वास्थ्यकर खान-पान, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मानसिक तनाव है। यह रोग कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है, जैसे कि हृदय रोग, किडनी की बीमारियां, आंखों में समस्या, और त्वचा संबंधी रोग।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
मधुमेह से बचाव का सबसे सरल तरीका स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन मधुमेह के जोखिम को कम कर सकते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि नियमित रूप से 30 मिनट तक चलना या हल्का व्यायाम करना, ताजे फल और सब्जियों का सेवन और कम चीनी और तले-भुने खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है।
स्वस्थ आदतें डालें
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि आइए, इस विश्व मधुमेह दिवस पर स्वस्थ जीवनशैली का संकल्प लें। एकजुट होकर मधुमेह के खिलाफ लड़ाई को मजबूत बनाएं। जागरूकता और स्वस्थ आदतें न केवल हमारे व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार लाएंगी, बल्कि हमारे समाज को भी स्वस्थ बनाएंगी।
सामूहिक प्रयास से बनेगी मधुमेह मुक्त समाज की नींव
सभी उम्र के लोगों को मधुमेह के खतरों के प्रति जागरूक करना जरूरी है। स्कूलों, कॉलेजों और कार्यस्थलों पर नियमित स्वास्थ्य जांच और मधुमेह के बारे में जानकारी देना समाज में इस रोग की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है। साथ मिलकर हम एक ऐसे समाज का निर्माण कर सकते हैं, जो मधुमेह-मुक्त और स्वस्थ हो।