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उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने राज्य के पर्यटन क्षेत्र में व्यापक विकास की उम्मीद जताई
भुवनेश्वर। ओडिशा पर्यटन में जल्द ही नये युग की शुरुआत होगी, क्योंकि ओडिशा पर्यटन बड़े बदलाव की दहलीज पर है। इसमें विदेशी निवेश और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संभावनाएं बन रहीं हैं। उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने लंदन में आयोजित ‘वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट 2024’ में भाग लेने के बाद राज्य के पर्यटन क्षेत्र में व्यापक विकास की उम्मीद जताई है। ओडिशा की शानदार समुद्री तटरेखा, घने जंगल, ऐतिहासिक मंदिर और बेहतर ढांचागत सुविधाएं ‘डब्ल्यूटीएम 2024’ में शामिल 14 राज्यों की प्रस्तुतियों में प्रमुखता से उभर कर सामने आईं।
परिडा ने लंदन में भारतीय प्रवासियों, ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त, टूर ऑपरेटरों और निवेशकों के साथ मुलाकात की और संभावनाओं एवं साझेदारियों पर चर्चा की। कोणार्क, चिलिका झील और सिमिलिपाल जैसे महत्वपूर्ण स्थलों के विकास के लिए एक विस्तृत योजना तैयार है। राज्य की 480 किलोमीटर लंबी समुद्री तटरेखा और अन्य आकर्षणों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
यह पहल विशेष रूप से समयानुकूल है, क्योंकि केंद्रीय बजट 2024-2025 में ओडिशा को पर्यटन विकास के लिए एक प्राथमिकता राज्य के रूप में चिह्नित किया गया है। होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने ओडिशा चैप्टर की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सतत पर्यटन और आतिथ्य को बढ़ावा देना है। इन पहलों के साथ, ओडिशा भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनने की ओर अग्रसर है, जहाँ प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति, और आतिथ्य का अद्वितीय संगम मिलेगा।
परिडा ने लंदन में भारतीय प्रवासियों, ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त, टूर ऑपरेटरों और निवेशकों के साथ मुलाकात की और संभावनाओं एवं साझेदारियों पर चर्चा की। कोणार्क, चिलिका झील और सिमिलिपाल जैसे महत्वपूर्ण स्थलों के विकास के लिए एक विस्तृत योजना तैयार है। राज्य की 480 किलोमीटर लंबी समुद्री तटरेखा और अन्य आकर्षणों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
यह पहल विशेष रूप से समयानुकूल है, क्योंकि केंद्रीय बजट 2024-2025 में ओडिशा को पर्यटन विकास के लिए एक प्राथमिकता राज्य के रूप में चिह्नित किया गया है। होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने ओडिशा चैप्टर की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सतत पर्यटन और आतिथ्य को बढ़ावा देना है। इन पहलों के साथ, ओडिशा भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनने की ओर अग्रसर है, जहाँ प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति, और आतिथ्य का अद्वितीय संगम मिलेगा।