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बचाव कार्य पर दिया जा रहा है जोर
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250 राहत केंद्र तैयार
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महिला पुलिसकर्मियों की होगी तैनाती
भुवनेश्वर। चक्रवात डाना के मद्देनज़र ओडिशा सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा लिये हैं। मंगलवार को राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि स्थिति को संभालने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
मंत्री पुजारी ने कहा कि अवसाद (डिप्रेशन) का आज गठन हो चुका है और इसके कल तक ‘चक्रवाती तूफान डाना’ में बदलने की संभावना है। कल देर रात तक सभी जिला कलेक्टरों के साथ समन्वय बैठक की गई।
पुजारी ने बताया कि 250 राहत केंद्रों की समीक्षा की गई है और इन्हें तैयार रखा गया है। इसके अलावा, 500 अस्थायी शेल्टर भी तैयार किए गए हैं, जिनमें स्कूल और कॉलेज शामिल हैं। जिन लोगों को निकाला जाएगा, उन्हें पका हुआ भोजन और चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं की सूची भी तैयार कर ली है। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। राहत केंद्रों पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग तेज
राजस्व मंत्री ने बताया कि अक्सर लोग अपने घरों को चोरी के डर से खाली नहीं करते हैं, इसलिए हमने संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पेट्रोलिंग तेज करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर हर चीज तैयार है, पर्याप्त मात्रा में राशन, पॉलिथीन और अन्य आवश्यक सामग्रियां स्टॉक में रखी गई हैं।
सभी बंदरगाहों पर रेड अलर्ट जारी
राजस्व मंत्री ने बताया कि सभी बंदरगाहों पर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है और मछुआरे सुरक्षित लौट चुके हैं। कल से हम सात ट्रॉलरों को ट्रैक कर रहे थे और उनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ओडिशा सरकार शून्य हताहत सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है।
चक्रवात का मार्ग परिवर्तन संभव
मंत्री ने बताया कि पिछले अनुभवों के आधार पर यह देखा गया है कि विभिन्न एजेंसियों द्वारा अनुमानित चक्रवात के मार्ग में कुछ परिवर्तन हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए ओडिशा सरकार सभी एहतियाती कदम उठा रही है और अतीत की घटनाओं की समीक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने ऐसे संवेदनशील जिलों की पहचान की है। नौ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है और कुछ जिलों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज चेतावनी दी गई है।