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रघुवार दास की सादगी नवीन पटनायक की राजनीति पर पड़ी भारी

रघुवार दास की सादगी नवीन पटनायक की राजनीति पर पड़ी भारी

  • लगातार व्यक्तिगत हमलों के बावजूद राज्यपाल ने दिखाई सौम्यता

  • राज्यपाल ने नवीन पटनायक को जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं

  • पूर्व मुख्यमंत्री के दीर्घायु की कामना भी की

भुवनेश्वर। ओडिशा के राज्यपाल रघुवार दास की सादगी पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के मुखिया नवीन पटनायक की राजनीति पर भारी पड़ी है। राजनीति में आक्रमकता जहां विभाजनकारी का माहौल को जन्म देती है, वहीं ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने बीजद द्वारा किए जा रहे राजनीतिक हमलों के बावजूद गरिमा और सादगी का परिचय दिया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के जन्मदिन पर दास ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके दीर्घायु होने की कामना की। यह कदम खास इसलिए है, क्योंकि बीजद लगातार राजभवन को राजनीति का केंद्र बनाकर हमला बोल रही थी।

बीजद के नेता नवीन पटनायक ने हाल ही में राज्यपाल रघुवार दास पर आरोप लगाया था कि वे झारखंड चुनाव के लिए राजभवन को वार रूम बना रहे हैं। पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा की राजभवन में हुई मुलाकात को लेकर भी सवाल उठाए गए थे। इस दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी राजभवन गए थे और उसके कुछ दिनों के बाद वह झारखंड में चुनाव प्रचार करने गए थे। इसके बाद बीजद ने इसे राजनीतिक का केंद्र पर बयानबाजी शुरू की।

वेंकैया को देना पड़ा था बयान

बीजद ने राजनीतिक हालात ऐसे कर दिया कि उसके तीखे हमले के बाद पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के कार्यालय को सफाई में बयान जारी करना पड़ा था। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में नायडू के कार्यालय ने कहा कि राज्यपाल रघुवर दास के साथ मुलाकात एक शिष्टाचार भेंट थी। इस शिष्टाचार भेंट के पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं होना चाहिए और भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति के कार्यालय को इस तरह के राजनीतिक विवाद में घसीटना स्पष्ट रूप से अनुचित है।

बेटे को लेकर भी बीजद ने सेंकी थी राजनीतिक रोटी

बीजू जनता दल ने एक घटनाक्रम में राज्यपाल रघुवर दास के बेटे के नाम को जोड़कर राजनीतिक रोटियां सेंकनी शुरू की थी। हालांकि इस मामले के पीड़ित ने राज्यपाल के बेटे को लेकर कुछ भी नहीं कहा था। फिर भी बीजद लगातार इस मुद्दे को लेकर राजनीति करती रही। सड़क से लेकर विधानसभा तक बीजद ने हंगामा किया तथा नवीन पटनायक ने इसे ओड़िया अस्मित से भी जोड़कर राजनीति करते हुए राज्य में लोगों के बीच भेदभाव करने का प्रयास किया था।

तीखे हमलों के बावजूद राज्यपाल की सौम्यता

इन व्यक्तिगत हमलों और राजनीतिक आरोपों के बावजूद राज्यपाल रघुवर दास ने किसी प्रकार की राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं दी। बल्कि, उन्होंने नवीन पटनायक को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देकर अपनी राजनीतिक गरिमा को बनाए रखा।  उनके द्वारा दिये इस संदेश के बाद लोगों में राज्यपाल की सौम्यता को लेकर चर्चा होनी शुरू हो गई है। दास राजनीति में व्यक्तिगत सम्मान और शिष्टाचार लोगों को पसंद आई है, जो आज के समय में एक दुर्लभ गुण माना जाता है।

बीजद की रणनीति पर प्रश्न

बीजद द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बीच राज्यपाल रघुवार दास की सादगी भरे संदेश को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्यपाल के इस कदम ने बीजद की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह स्थिति बीजद के लिए एक बड़ा संदेश है कि राजनीतिक फायदे के लिए व्यक्तिगत हमलों का जवाब सादगी और सम्मान से भी दिया जा सकता है।

ओडिशा की राजनीति में नया आयाम

राजनीति में अक्सर ऐसे हालात देखने को मिलते हैं, जहां व्यक्तिगत हमले और आक्रामक बयानबाजी हावी हो जाती है, लेकिन रघुवर दास के इस कदम से ओडिशा की राजनीति में एक नया आयाम जुड़ गया है। राज्यपाल ने यह दिखाया है कि राजनीति में सादगी और शिष्टाचार के साथ भी महत्वपूर्ण संदेश दिए जा सकते हैं।

इस खबर को भी पढ़ें-पूर्व उपराष्ट्रपति के राजभवन में ठहरने पर बीजद ने शुरू की राजनीति

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