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ओडिशा सरकार आदिवासी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए देगी 5000 रुपये
भुवनेश्वर। शहीद माधो सिंह हाथ खर्च योजना के लिए गाइडलाइन जारी हो गई है। ओडिशा सरकार ने राज्य के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 9 और 10 में पढ़ने वाले अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय के छात्रों के बीच ड्रॉप-आउट दर को कम करने के उद्देश्य से शहीद माधो सिंह हाथ खर्च योजना के कार्यान्वयन के लिए गाइडलाइन जारी किया है। इस योजना के तहत, एसटी समुदाय के छात्रों को एक बार 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
ओडिशा के एससी और एसटी विकास विभाग द्वारा जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि राज्य में बड़ी संख्या में आदिवासी छात्र प्रारंभिक स्तर पर नामांकित हो रहे हैं। हालांकि, कक्षा 8 और कक्षा 10 के बाद आदिवासी छात्रों में ड्रॉप-आउट की उच्च दर देखी जा रही है, जिससे माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर नामांकन की दर कम हो रही है।
इस चुनौती का सामना करने और एसटी छात्रों को उच्च शिक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने ‘शहीद माधो सिंह हाथ खर्च योजना’ की शुरुआत की है।
10वीं व 11वीं में दाखिला के मिलेगी राशि
दिशानिर्देशों के अनुसार, इस योजना के तहत पात्र एसटी छात्रों को कक्षा 8 और कक्षा 10 पूरी करने के बाद और कक्षा 9 व कक्षा 11 में प्रवेश लेने के तुरंत बाद 5,000 रुपये की एकमुश्त प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि तभी दी जाएगी जब छात्र नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित रहेंगे।
अन्य छात्रवृत्ति का लाभ लेने वालों भी पात्र
महत्वपूर्ण बात यह है कि जो एसटी छात्र अन्य छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, वे भी इस योजना के तहत प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के पात्र होंगे। विभाग ने यह भी कहा कि यह एकमुश्त वित्तीय सहायता विशेष रूप से सरकारी और सहायता प्राप्त संस्थानों में कक्षा 9 और कक्षा 11 में नामांकन को बढ़ावा देने में मदद करेगी। इस योजना से आदिवासी छात्रों को आर्थिक सहायता मिलने के साथ-साथ उच्च शिक्षा की ओर प्रेरित किया जाएगा, जिससे ओडिशा में शिक्षा के स्तर में सुधार की उम्मीद है।
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