-
राज्य में लगभर 44 लाख बिजली उपभोक्ता प्रभावित– ऊर्जा मंत्री
भुवनेश्वर. ओडिशा में महाचक्रवात अंफान के कारण मची तबाही के बाद प्रभावित जिलों में राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. एनडीआरएफ, ओड्राफ, अग्निशमन की टीमें रास्तों को साफ करने में जुटी हैं. गिरे हुए पेड़-पौधों को काटकर हटाया जा रहा है. राज्य के 89 प्रखंडों के 15 सौ पंचायतों के 6475 गांवों को नुकसान पहुंचा है, जहां बिजली आपूर्ति बहाली के लिए काम तेजी से चल रहा है. ज्य में 2 लाख 4 सौ लोगों को 3228 आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया है. यहां इनको खाने की व्यवस्था की गयी है.
बालेश्वर और भद्रक जिलों के प्रभावित प्रखंडों में राहत कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. कोरोना के बीच सामाजिक दूराव को रखते हुए राहतकर्मी हालात को सामान्य करने में जुटे हैं. ओडिशा में तूफान अंफान के कारण 44 लाख बिजली उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं. इसमें से बिजली वितरणकारी कंपनी सेसु के अधीन आने वाले 26 से 27 लाख लाख उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं, जबकि नेस्को के अधीन आने वाले 16 लाख बिजली उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं. इसी तरह साउथको के अधीन दो लाख से कम उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं. राज्य के ऊर्जा मंत्री दिव्यशंकर मिश्र ने यह जानकारी दी.
तूफान के दिन ही रात के 12 बजे बजे तक बिजली कर्मचारी कार्य कर सभी अत्यावश्य़क सेवाओं को बिजली बहाल कर दिया गया था. पहली बार तूफान के बाद सुबह से ही कार्य शुरु कर दिया गया है. वर्तमान में सेसु के 80 प्रतिशत इलाकों में बिजली बहाल किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि नेस्को इलाके में भी काम तेजी से चल रहा है. अधिकांश मैन पावर नेस्को इलाके में स्थानांतरित किया जा रहा है, ताकि काम में तेजी आ सके और बिजली बहाल किया जा सके. लगभग 158 गैंग इस इलाके में कार्य में जुटे हैं.
सभी के प्रयासों से सर्वाधिक नुकसान ग्रस्त नेस्को इलाके में आगामी दो दिनों के अंदर 90 से 95 प्रतिशत ग्राहकों को बिजली आपूर्ति शुरु कर सकेंगे. इसमें जो बच जाएगा, उसे सात दिनों के अंदर बहाल किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पहले से ही लोग व सामग्री रणनीतिक स्थानों पर पहुंचाया गया था. इस कारण कार्य करने में आसानी हो रही है. पहले से तैयारी के कारण इस बार बिजली बहाली का काम आसान हो रहा है.