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89 प्रखंडों के 15 सौ पंचायतों में 6475 गांवों को पहुंचा है नुकसान
भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न हुआ महाचक्रवात अंफान ने पश्चिम बंगाल को बिनाश के तट पर पहुंचाने से पूर्व ओडिशा में तबाही का मंजर छोड़ गया है. प्राथमिक जानकारी के अनुसार, तूफान अंफान के कारण राज्य के 89 प्रखंडों के 15 सौ पंचायतों में 6475 गांवों को नुकसान पहुंचा है. राज्य सरकार राहत व पुनर्वहाली के युद्धकालीन स्तर पर कार्य कर रही है. राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने कैबिनेट सचिव राजीव गौवा के साथ वीडियो कान्फ्रेन्सिंग में बैठक के दौरान यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इस तूफान को ध्यान में रखकर राज्य में दो लाख 4 सौ लोगों को 3228 आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया है. इस दौरान सोशल डिस्टैंन्सिंग का भी पूरा ध्य़ान रखा गया. साथ ही सभी मछुआरों को समुद्र से लौटाया गया था. इन लोगों के लगभग 22050 नावें सुरक्षित हैं. तूफान प्रभावित इलाकों में 210 मेडिकल टीम व 75 वेटनरी डाक्टरों की टीम पहुंच कर अपना काम कर रही हैं. बिजली वितरण कंपनियां सेसु व नेस्को के लगभग 44 लाख बिजली ग्राहक इससे प्रभावित हुए हैं. सड़कों पर पेड़ों को काटकर साफ करने की प्रक्रिया युद्धकालीन स्तर पर चल रही है. तूफान प्रभावित इलाकों में पहले से तैनात टीमें यह कार्य कर रही हैं. पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था बहाल कर दी गई है. बिजली वितरण कंपनी सेसु के अधीन आने वाले 80 प्रतिशत इलाकों में बिजली व्यवस्था बहाल कर दी गई है. साथ ही इस इलाके के 86 प्रतिशत मोबाइल कनेक्टिविटी भी बहाल कर दी गई है. उन्होंने कहा कि एक लाख हेक्टयर से अधिक खेती जमीन में खेती को नुकसान हुआ है. नुकसान का आकलन की प्रक्रिया जारी है और दो दिनों में अंतिम रिपोर्ट प्राप्त हो सकेगी.
भारतीय मौसम विभाग की संभावना सही रही
राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने भारतीय मौसम विभाग द्वारा तूफान का मार्ग व तीव्रता के संबंध में सही आकलन किये जाने के कारण संस्थान का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि उनकी अग्रिम सूचना के आधार पर प्रभावित जिलों में लोगों को जानकारी देने के लिए 61,26 लाख एसएमएस भेजे गये थे. उन्होंने कहा कि ग्रामस्तर पर लोगों को इसके लिए तैयार किया गया. प्रभावित इलाकों में पहले से ही एनडीआरएफ की 16 टीमें, ओड्राफ की 15 टीमें, अग्निशमन विभाग के 217 टीमें तथा अन्य़ लोगों को तैनात किया गया था. साथ ही पांच सौ डीजी सेट, 1513 इनफ्लेमेबल टावर लाइट भी तैनात किये गये थे. इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना, गृह विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा, पंचायतीराज विभाग के सचिव देवरंजन कुमार सिंह व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.