Home / Odisha / भुवनेश्वर में भव्य तरीके से मनी भगवान अग्रसेन की जयंती
MAYUM मारवाड़ी युवा मंच, भुवनेश्वर

भुवनेश्वर में भव्य तरीके से मनी भगवान अग्रसेन की जयंती

  • आकर्षण का केंद्र रही भव्य झांकी

  • नृत्य नाटिका के जरिए अग्रवंशियों ने भगवान अग्रसेन को किया याद

भुवनेश्वर। अग्रवाल समाज के पूज्य भगवान अग्रसेन जी की जयंती ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बड़े ही धूमधाम के साथ मनायी गई। इस अवसर पर अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन खुर्दा इकाई एवं भुवनेश्वर मारवाड़ी युवा मंच ने संयुक्त रूप से भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। भुवनेश्वर मंचेश्वर स्थित ला फिएस्टा में आयोजित इस कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्ज्वलन के साथ भगवान की आरती की गई। तत्पश्चात भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम चला और उनकी जीवनी पर नृत्य नाटिका का मंचन किया गया।

मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष हरिश अग्रवाल, मारवाड़ी युवा मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष साकेत अग्रवाल, मंच के सचिव आकाश झुनझुनवाला प्रमुख के नेतृत्व में यह भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। समारोह में पहुंचने वाले सभी सदस्यों को राजस्थानी पगड़ी पहनाकर स्वागत सम्मान किया गया और साथ ही भगवान अग्रसेन के दिखाई पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया गया है।मुन्ना लाल अग्रवाल एवं मिनेश खंडेलवाल के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में मुन्ना लाल अग्रवाल ने महाराजा अग्रसेन जी की जीवन पर संक्षिप्त परिचय दिया।

समारोह में के प्रारंभ में भुवनेश्वर रसूलगढ़ पुलिस थाना से कार्यक्रम स्थल तक भगवान अग्रसेन की भव्य झांकी निकाली गई। झांकी में शामिल शताधिक अग्रवंशी नृत्य गीत करते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचे।कार्यक्रम के दौरान भगवान अग्रसेन जी की जीवनी के ऊपर नृत्य नाटिका एवं कथा वाचन के लिए कोलकाता से आए कथा वाचक एवं टीम ने अपनी नृत्य नाटिका एवं कथा वाचन के माध्यम से भगवान अग्रसेन जी की जीवनी को लोगों के सामने प्रदर्शित किया।आन बान और शान हैं जो अग्रवाल समाज के, मिलकर सारे जय बोलो अग्रसेन महाराज की… जैसे भजन से पूरा हाल गूंजयमान हो गया।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

भक्त कवि मधुसूदन राव को मुख्यमंत्री ने किया स्मरण

भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने भक्तकवि मधुसूदन राव को जयंती के अवसर पर स्मरण …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *