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आयोग ने भुवनेश्वर के विशेष सर्किट हाउस में स्थापित कार्यालय में अपना काम शुरू किया
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जल्द ही संबंधित पक्षों और घटना के बारे में प्रासंगिक जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति से मांगे जाएंगे हलफनामे
भुवनेश्वर। कटक और कलकत्ता उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) चित्त रंजन दाश की अध्यक्षता में गठित जांच आयोग ने भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने में सेना के एक अधिकारी और उसकी मंगेतर पर कथित हमले की जांच शुरू कर दी है। आयोग ने भुवनेश्वर के विशेष सर्किट हाउस में स्थापित कार्यालय में अपना काम शुरू किया।
इस दौरान ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। ओडिशा सरकार ने जांच आयोग के लिए संदर्भ की शर्तें पहले ही उपलब्ध करा दी हैं।
आयोग के सचिव ने बताया कि जल्द ही संबंधित पक्षों और घटना के बारे में प्रासंगिक जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति से हलफनामे मांगे जाएंगे। कल एक अधिसूचना जारी की जाएगी, जिसमें अगले 21 दिनों के भीतर हलफनामे प्रस्तुत करने की अनुमति होगी।
हलफनामे मिलने के बाद बयान दर्ज करने सहित जांच प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद संबंधित पक्षों को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया जाएगा। सचिव ने बताया कि आयोग बाद में ओडिशा सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
उल्लेखनीय है कि सेना के कैप्टन और उनकी गर्लफ्रेंड पर कथित हिरासत में हमले के बाद देशभर में हंगामा मचने के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने न्यायमूर्ति चित्त रंजन दाश की अध्यक्षता में न्यायिक जांच का आदेश दिया था। आयोग को 60 दिनों के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इसके अलावा, घटना की क्राइम ब्रांच जांच भी जारी है
सेना के अधिकारी और उनकी मंगेतर ने 15 सितंबर को भरतपुर पुलिस थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कुछ स्थानीय युवकों द्वारा कथित तौर पर उन्हें परेशान किया गया था।