भुवनेश्वर। केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, भुवनेश्वर (भा.कृ.अनुप) में हिन्दी पखवाड़ा के समापन समारोह में हास्य कवि सम्मेलन का 27 सितंबर 2024 को आयोजन किया गया। संस्थान में आयोजित हिन्दी पखवाड़ा के समापन एवं कवि सम्मेलन का शुभारंभ डॉ प्रमोद कुमार साहू, निदेशक, भाकृअनुप-सीफा एवं उपस्थित कवियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर निदेशक महोदय ने कवियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर श्री एच एल मीणा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, भाकृअनुप-सीफा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। संचालन करते हुए प्रभारी राजभाषा अधिकारी डॉ. डी. के. वर्मा ने इस अवसर पर उपस्थित कवियों का परिचय कराया। इस अवसर पर भुवनेश्वर के प्रतिष्ठित कवि श्री किशन खंडेलवाल, कवि , सिद्धांतकार एवं हिन्दी अनुज पुस्तकालय के संस्थापक, श्री विक्रमदायित्व सिंह, भारतीय रेल विभाग , भुवनेश्वर एवं श्री अबिनाश दास, होटल प्रबंधन संस्थान , भुवनेश्वर उपस्थित थे। इन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कवि सम्मेलन के दौरान भुवनेश्वर के काव्य-मंच के सुपरिचित हास्य कवि श्री किशन खंडेलवाल ने अपनी रचनाओं से उपस्थित लोगों का मनोरंजन किया। श्री विक्रमदायित्व सिंह ने अपनी कविता एवं गज़लों से अच्छी धाक जमाई। श्री अबिनाश दास जी ने भी अपनी पाठ से काफी रंग जमाया। कवियों ने श्रृंगार, वीर रस के साथ हास्य-व्यंग्य में काव्य पाठ किया। उनकी रचनाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूरा सम्मेलन कक्ष तालियों से गूंज उठा।
इस दौरान पखवाड़े में आयोजित सभी प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। संस्थान के निदेशक महोदय एवं मुख्य अतिथियों ने विजेताओं को प्रशस्ति पर प्रदान किए और हिन्दी के प्रति उनके उत्साह और समर्पण की सराहना की। निदेशक ने सभी कार्मिकों को प्रतियोगिताओ में भाग लेने पर एवं पुरस्कार प्राप्त करने पर बधाई दी । उन्होंने भारत सरकार की राजभाषा नीति के तहत कार्मिकों के संवैधानिक दायित्त्वो पर भी प्रकाश डाला।धन्यवाद ज्ञापन डॉ डी. के. वर्मा, प्रभारी राजभाषा अधिकारी ने प्रस्तुत किया।
भाकृअनुप-सीफा, भुवनेश्वर में 13 से 27 सितम्बर, 2024 तक हिन्दी पखवाड़ा-2024 का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच हिन्दी भाषा के प्रति जागरुकता बढ़ाना और इसके महत्व को उजागर करना था। हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत कई रोचक और ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इसमें स्वरचित कविता पाठ, हिन्दी निबंध, आशुभाषण कंप्युटर पर युनिकोड में हिन्दी टायपिंग, हिन्दी टिप्पण एवं प्रारूप लेखन एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता प्रमुख थीं। इन सभी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य हिन्दी भाषा के विविध आयामों को उजागर करना और प्रतिभागियों को उनके कार्यालीन कार्यों में हिन्दी के उपयोग करने के ज्ञान कौशल को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करना था।
Check Also
ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर मुठभेड़ में एक माओवादी ढेर
जिला स्वैच्छिक बल का एक कमांडो घायल पैर में लगी दो गोलियां मालकानगिरि जिले में …