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राज्यपाल के जांच के आदेश के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री भी हुए गंभीर
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ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से उच्चस्तरीय जांच का किया आग्रह
रांची/भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी स्थित शिक्षा व अनुसंधान के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन एंड रिसर्च (ITER) में एक छात्र की मौत के मामले ने अब गंभीर रूप धारण कर दिया है। ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के जांच के आदेश देने के बाद अब झारखंड के सीएम हेमन्त सोरेन भी गंभीर हो गये हैं और उन्होंने इस मामले में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से इस मौत की घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश देने का आग्रह किया। इधर, इस घटना के दुखी लोगों ने सच्चाई के खुलासे के लिए पॉलीग्राफी टेस्ट की मांग की है। साथ ब्रेन मैपिंग टेस्ट की भी मांग की गयी है, ताकि इस मामले को दबाने की साजिश करने वाले लोगों का भी खुलासा हो सके।
यह मामला 14 सितंबर का है। मृतक की पहचान झारखंड के रांची निवासी अभिषेक रवि के रूप में हुई है, जो प्रथम वर्ष का कंप्यूटर साइंस छात्र था। बताया गया है कि अभिषेक ने 10 सितंबर को इस निजी कॉलेज में दाखिला लिया था और अभिषेक ने कॉलेज में रैगिंग को लेकर स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
इस बीच वह ITER में सीढ़ियों से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि अभिषेक के माता-पिता को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है।
इस मामले को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विट किया कि मैं ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री मोहन माझी से अनुरोध करता हूं कि ओडिशा के आईटीईआर कॉलेज में रांची के अभिषेक रवि की संदिग्ध मौत की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। भगवान अभिषेक की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को दुख की इस कठिन घड़ी को सहन करने की शक्ति दें।
अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज
इधर, पुलिस ने कहा कि घटना के बाद खंडगिरि पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया। भुवनेश्वर के डीसीपी प्रतीक सिंह ने एक एजेंसी को दिये गये बयान में बताया कि पुलिस ऐसे सभी मामलों को गंभीरता से लेती है और कानून के मुताबिक जांच की जा रही है।
रैगिंग का मामला नहीं
खंडगिरि पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक अविमन्यु दास ने कहा कि पोस्टमॉर्टम जांच की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह रैगिंग का मामला नहीं है, क्योंकि हॉस्टल में सभी प्रथम वर्ष के छात्र थे। मृतक छात्र के रूममेट भी झारखंड के रहने वाले थे। हम मृतक छात्र के माता-पिता के आरोपों की भी जांच कर रहे हैं।
छात्रों और अधिकारियों की पॉलीग्राफी टेस्ट
इधर, परिवार के सदस्यों ने कहा कि उनके बेटे की हत्या की गयी है। उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जरूरत है। इधर, कुछ लोगों ने इस मामले के खुलासे के लिए ITER में छात्र के रूममेट के साथ-साथ वहां के संबंधित अधिकारियों की पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि रूममेट के साथ-साथ आस-पास रहने वाले सभी छात्रों की जांच करायी जाये, तो सच्चाई खुलकर सामने आ सकती है।
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