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ओएमबीएडीसी फंड से 1.19 करोड़ रुपये के गबन का है आरोप
भुवनेश्वर। बारिपदा सतर्कता इकाई ने शुक्रवार को बीजद नेता और सुलियापदा प्रखंड के पूर्व अध्यक्ष दिब्यलोचन दास को प्रखंड और पंचायतों के विकास के नाम पर 1.19 करोड़ रुपये धन के गबन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक संविदा कर्मचारी मनोज देव को भी धन के गबन में दास की सहायता करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
सरकार की मंजूरी के बिना उन्होंने कथित तौर पर कोविड-19 के दौरान विभिन्न खातों में 1.19 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। यह मामला सुलियापदा प्रखंड के पूर्व बीडीओ और बालेश्वर के वर्तमान डिप्टी कलेक्टर परीक्षित जेना की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद सामने आया है। इस मामले में विजिलेंस ने बीडीओ के अलावा एक अकाउंटेंट और एक कारोबारी को भी गिरफ्तार किया है। इनमें से कम से कम आठ लोगों पर सुलियापदा प्रखंड के ओडिशा खनिज असर क्षेत्र विकास निगम (ओएमबीएडीसी) फंड से 1.19 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है।
ओएमबीएडीसी फंड राज्य सरकार के आजीविका हस्तक्षेप, स्वास्थ्य, जल आपूर्ति, स्वच्छता और शिक्षा विभागों पर परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए था।खनिज युक्त क्षेत्रों के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिए आदिवासी कल्याण और विकास कार्यों को करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार ओएमबीएडीसी का गठन किया गया था।
नियमों के अनुसार, इंजीनियर ओएमबीएडीसी फंड के तहत किए गए कार्यों की जांच करते हैं और बिल तैयार करते हैं जिसे राशि के हस्तांतरण के लिए बैंक को आरटीजी पत्र जारी करने से पहले बीडीओ द्वारा अनुमोदित किया जाता है। हालांकि, बीडीओ ने बीजद नेता और अन्य लोगों के साथ मिलकर कथित तौर पर बिना किसी काम के अपने सहयोगियों को धन देकर धन का गबन किया। विजिलेंस ने इस संबंध में आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें से पांच को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि शेष तीन अभी भी फरार हैं।