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भुवनेश्वर डीसीपी ने जारी की चेतावनी, लोगों से सतर्क रहने की अपील
भुवनेश्वर। साइबर अपराधियों ने एक नई चाल शुरू करते हुए डिजिटल अरेस्ट के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इस साइबर अपराध के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि से चिंतित भुवनेश्वर पुलिस ने नागरिकों को जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है।
भुवनेश्वर डीसीपी प्रतीक सिंह ने एक वीडियो संदेश में बताया कि साइबर अपराधी अब एक नई और खतरनाक पद्धति डिजिटल अरेस्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें लोगों को फंसाकर उनसे भारी रकम वसूली जा रही है।
क्या है ‘डिजिटल अरेस्ट’?
डिजिटल अरेस्ट साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक नया तरीका है, जिसमें वे व्हाट्सएप या मोबाइल कॉल के जरिए पीड़ित से संपर्क करते हैं। कॉल में पीड़ित को बताया जाता है कि उनके नाम पर एक पार्सल मिला है, जिसमें ड्रग्स या अन्य अवैध वस्तुएं हैं। इसके बाद पीड़ित को बताया जाता है कि उसके खिलाफ वारंट जारी किया गया है।
इसके बाद अपराधी पीड़ित को एक स्काइप लिंक भेजते हैं, जिसमें एक फर्जी पुलिस अधिकारी वीडियो कॉल पर उनसे बात करता है। वह व्यक्ति यह दावा करता है कि पीड़ित अब डिजिटल अरेस्ट में है और उसे वीडियो कॉल के जरिए ही निगरानी में रखा जाएगा।
ऐसे ठगी जाती है रकम
डीसीपी प्रतीक सिंह ने बताया कि इस डिजिटल अरेस्ट के दौरान पीड़ित को घंटों और कभी-कभी दो दिनों तक भी एक जगह पर बिठाए रखा जाता है। अपराधी पीड़ित को मानसिक रूप से डराकर उनके बैंक खातों, एफडी और अन्य संपत्तियों की जानकारी लेते हैं। इसके बाद उन्हें निर्देश दिए जाते हैं कि वे साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करें।
लोगों से अपील: सतर्क रहें
भुवनेश्वर डीसीपी ने लोगों से अपील की है कि वे इस प्रकार की कॉल्स से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान कॉल पर भरोसा न करें, खासकर जब वह पुलिस या अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के नाम पर हो। यदि ऐसी कोई कॉल आती है, तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें और मामले की जानकारी दें।
पुलिस अधिकारियों की प्रोफाइल का प्रयोग
उन्होंने बताया कि कॉल के दौरान व्हाट्सएप पर किसी अधिकारी, पुलिस अधिकारी की वर्दी में तस्वीरों का प्रयोग कर रहे हैं, ताकि लोगों के दिल में भय बनाया जा सके। प्रतीक सिंह ने कहा कि कोई अभी अधिकारी इस तरह से कोई आदेश नहीं जारी करता है। इसलिए आपको डरने की जरूरत नहीं। आप जागरूक रहें।