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मौसम विभाग ने बारिश, आंधी-तूफान के लिए जारी की चेतावनियां
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अगले दिनों में संभावित भारी बारिश की आशंका
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र डिप डिप्रेशन में तब्दील होने के बाद अब कमजोर हो गया है। यह डिप्रेशन के रूप में बना हुआ है। इससे ओडिशा में बारिश की तीव्रता में कमी आई है और कमजोर होकर डिप्रेशन मंगलवार को उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, कल का अवसाद उत्तर छत्तीसगढ़ और आस-पास के आंतरिक ओडिशा पर केंद्रित था। यह पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर 20 किमी प्रति घंटा की गति से बढ़ रहा था और सुबह 8.30 बजे उत्तर छत्तीसगढ़ में स्थित था, जो बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से 70 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, रायपुर (छत्तीसगढ़) से 140 किमी उत्तर-पूर्व और मलांजखंड (पूर्वी मध्यप्रदेश) से 220 किमी पूर्व में था।
मौसम विभाग ने बताया कि अब इसके पश्चिम-उत्तरपश्चिम की दिशा में बढ़ने की संभावना है और छत्तीसगढ़ और आस-पास के पूर्व मध्यप्रदेश में एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर हो सकता है।
मौसम विभाग ने 10 सितंबर को संबलपुर, बरगढ़ और झारसुगुड़ा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी थी। इसके साथ ही कटक, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, भद्रक, जाजपुर, बालेश्वर, मयूरभंज और केंदुझर जिलों में 11 सितंबर को आंधी-तूफान और बिजली चमकने की चेतावनी जारी की है।
12 सितंबर को केंदुझर और मयूरभंज जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली चमकने की संभावना है। इसके अतिरिक्त, बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रापड़ा, कटक और जगतसिंहपुर जिलों में भी अलग-अलग स्थानों पर आंधी-तूफान और बिजली चमकने की संभावना है।
13 सितंबर को मयूरभंज, केंदुझर और संबलपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली चमकने की संभावना है। बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम और गजपति जिलों में भी आंधी-तूफान और बिजली चमकने की संभावना है।
14 सितंबर को मयूरभंज, केंदुझर और संबलपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। हालांकि इसके बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश व आंधी-तूफान जारी रह सकता है।