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अधूरे निर्माण कार्य के कारण कक्षाओं और सुविधाओं की कमी
केंद्रापड़ा। जिले के पट्टामुंडेई प्रखंड स्थित आथरबाटिया अपर प्राइमरी स्कूल के छात्रों को मिड-डे मील के लिए चार किलोमीटर की पैदल चलना पड़ता है। उनकी दिनचर्या में चार किलोमीटर की पैदल यात्रा शामिल हो गई है। यह यात्रा उनकी पढ़ाई और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव डाल रही है। इस स्कूल के कक्षा 6, 7 और 8 के छात्र हर दिन दो किलोमीटर दूर बजरा महाकाली हाई स्कूल में पढ़ाई के लिए जाते हैं और दोपहर के भोजन के लिए अपने स्कूल लौटते हैं। भोजन के बाद फिर से बजरा महाकाली स्कूल वापस जाना उनकी मजबूरी बन गई है।
जांच से पता चला कि अथरबाटिया स्कूल का नया भवन बन चुका है, लेकिन ठेकेदार ने कथित घटिया निर्माण के कारण अपनी भुगतान राशि प्राप्त न होने पर भवन को बंद कर दिया है। इसी वजह से छात्रों को अपनी कक्षाओं के लिए अन्य स्कूल जाना पड़ रहा है और मिड-डे मील के लिए चार किलोमीटर की लंबी यात्रा करनी पड़ रही है। यह यात्रा न केवल उनके पढ़ाई के समय को कम करती है, बल्कि उन्हें शारीरिक रूप से भी थका देती है और इस यात्रा में संभावित दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है।
स्कूल की प्रधानाध्यापिका भक्तिमयी दास महापात्र ने कहा कि मैं तीन कक्षाओं की प्रभारी हूं। बच्चों को हर दिन इस जोखिम भरे सफर से गुजरना पड़ता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है।
जब इस मुद्दे पर पट्टामुंडई बीडीओ शुभ्रांशु साहू से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि आथरबाटिया स्कूल के अतिरिक्त भवन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और भुगतान एक-दो दिनों में कर दिया जाएगा। इसके बाद ठेकेदार स्कूल की चाबी सौंप देगा और छात्रों की परेशानियां खत्म हो जाएंगी।