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रजिस्ट्रार ने डीसीपी को पत्र लिखकर स्थिति की गंभीरता बताया
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सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत पुलिस तैनाती की अपील की
कटक। 156 साल पुराने प्रतिष्ठित रावेंशा विश्वविद्यालय में नाम बदलने के विवाद को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। नाम परिवर्तन विवाद के बाद बढ़ते विरोध प्रदर्शनों को लेकर विश्वविद्यालय ने कटक के डीसीपी से हस्तक्षेप की मांग की है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने डीसीपी को पत्र लिखकर स्थिति की गंभीरता पर प्रकाश डाला और छात्रों, कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत पुलिस तैनाती की अपील की।
रजिस्ट्रार के पत्र में कहा गया है कि रावेंशा विश्वविद्यालय परिसर में 01.09.2024 से बाहरी व्यक्तियों (गैर-छात्रों) द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय परिसर में तनाव बढ़ रहा है और स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।
उन्होंने आगे लिखा कि यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों में लगभग 3000 छात्र (लड़के और लड़कियां) रह रहे हैं। शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के परिवार भी परिसर के भीतर रहते हैं। यह महसूस किया जा रहा है कि यह तनावपूर्ण स्थिति असहनीय होती जा रही है और इसे सामान्य बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
शांति बहाली के लिए पुलिस जरूरी
रजिस्ट्रार ने पत्र में यह भी लिखा है कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक शांति और स्थिरता को बहाल करने के लिए परिसर के अंदर चौबीसों घंटे पुलिस कर्मियों की तैनाती अत्यंत आवश्यक है। इसलिए अनुरोध है कि परिसर और प्रवेश बिंदुओं पर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। रजिस्ट्रार ने इस मामले को अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हुए इसे प्राथमिकता देने का अनुरोध किया है।
धर्मेंद्र प्रधान से माफी की मांग
इस बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नाम परिवर्तन संबंधी बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। विपक्षी बीजद और कांग्रेस ने उनसे माफी की मांग की है।