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अब तक बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों में 35,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया
भुवनेश्वर। ओडिशा के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू के फैलने के बीच केंद्र सरकार की एक टीम बुधवार को राज्य का दौरा करेगी। यह टीम स्थिति का जायजा लेगी और आगे के कदमों पर विचार करेगी, जिससे एवियन इन्फ्लुएंजा के फैलाव को रोका जा सके।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पशुपालन और डेयरी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों की इस केंद्रीय टीम का दो दिवसीय दौरा तय किया गया है।
टीम पुरी जिले के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू से उत्पन्न स्थिति की पूरी समीक्षा करेगी। केंद्र ने राज्य को इस संक्रमण के नियंत्रण और रोकथाम के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
इस बीच, राज्य में अब तक बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों में 35,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया है।
इस स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय और राज्य सरकार के अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई थी। इस बैठक में भुवनेश्वर नगर निगम और पुरी, केंद्रापड़ा और खुर्दा के कलेक्टर भी शामिल हुए।
गौरतलब है कि पुरी जिले के पिपिलि, सत्यवादी, निमापड़ा और डेलांग ब्लॉकों में बर्ड फ्लू के चार केंद्रों की पुष्टि की जा चुकी है। केंद्र सरकार की कार्य योजना के अनुसार, नियंत्रण और रोकथाम का कार्य किया जा रहा है। पिपिलि और सत्यवादी में यह कार्य पूरा हो चुका है जबकि डेलांग और निमापाड़ा में यह प्रक्रिया चल रही है।
कुल 51 रैपिड रिस्पांस टीमों को संक्रमित क्षेत्रों में पक्षियों के मारे जाने, निपटान और सफाई के काम में लगाया गया है। राज्य सरकार ने संबंधित अधिकारियों को बड़े पैमाने पर जन जागरूकता अभियान चलाने, आस-पास के क्षेत्रों में क्लिनिकल सर्विलांस को तेज करने और प्रभावित क्षेत्रों में पोल्ट्री, चारा और पोल्ट्री से संबंधित उत्पादों के प्रवेश को रोकने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, केंद्रापड़ा जिले के नरसिंहपुर क्षेत्र में बर्ड फ्लू के फैलने की आशंका जताई गई है, जहां छह बोरियों में मरे हुए मुर्गे पाए गए। यह घटनाक्रम गांव के लोगों में दहशत पैदा कर रहा है।
जिला पशुपालन विभाग ने क्षेत्र के सभी पोल्ट्री फार्मों से नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे हैं। जांच रिपोर्ट का इंतजार है।