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पुरी जिले के अन्य क्षेत्रों में फैलने लगा प्रकोप
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केंद्रापड़ा में मृत मुर्गियों के मिलने से आशंका बढ़ी
भुवनेश्वर। पुरी जिले में नए क्षेत्रों में फैलने के साथ-साथ केंद्रपाड़ा जिले में भी बर्ड फ्लू के प्रकोप की आशंका जताई जा रही है। यहां भी कई पक्षियों की मौत की खबरें सामने आई हैं।
सूत्रों के अनुसार, पुरी के डेलांग क्षेत्र में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है, जबकि पिपिलि ब्लॉक के कई इलाकों में भी यह बीमारी फैल चुकी है। डेलांग के मोटारी पंचायत में एक पोल्ट्री फार्म से लिए गए नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद क्षेत्र में पक्षियों को मारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अब तक रैपिड रिस्पांस टीमों ने लगभग 3200 पक्षियों को मारा है। माना जा रहा है कि 5 ग्राम पंचायतों में एक किलोमीटर के दायरे में स्थित लगभग 74 पोल्ट्री फार्मों में अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए 10 रैपिड रिस्पांस टीमें बनाई गई हैं।
पिपिलि और डेलंग ब्लॉकों के बर्ड फ्लू के हॉटस्पॉट बनने के साथ ही जिला प्रशासन ने इन पोल्ट्री फार्मों पर कड़ी निगरानी और सतर्कता बरती है।
इसके अलावा, निमापड़ा ब्लॉक के बालिपड़ा पंचायत में एक पोल्ट्री फार्म में भी मुर्गियों को मारने की प्रक्रिया शुरू की गई है। प्रारंभ में 2,000 से अधिक मुर्गियों को मारा जा चुका है, जबकि कल इस फार्म के आसपास के क्षेत्र में लगभग 10,000 पक्षियों को कुल करने की योजना बनाई गई है।
इस बीच, केंद्रपाड़ा जिले में भी बर्ड फ्लू के संभावित प्रकोप की आशंका जताई जा रही है, जब डेराविस क्षेत्र के बैकिया गांव में सड़क पर बोरे में मृत मुर्गियां बंद पाई गईं।
हालांकि, मुर्गियों के इस तरह सड़क पर पाए जाने की परिस्थितियों का अभी तक पता नहीं चल सका है। स्थानीय लोग चिंतित हैं, क्योंकि पुरी जिले के कई क्षेत्रों में बर्ड फ्लू का प्रकोप देखा गया है। उन्होंने इस मामले में उचित एहतियाती उपायों के लिए स्थानीय अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया है।