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लगातार पांचवें दिन भी कार्यवाही स्थगित
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में आरक्षण मुद्दे पर विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस के सदस्यों के हंगामा किया। इस कारण शनिवार को लगातार पांचवें दिन प्रथमार्ध की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सदन को सुचारु रुप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती सुरमा पाढ़ी द्वारा बार-बार अपील किये जाने के बावजूद विपक्षी पार्टियों के विधायकों ने हंगामा जारी रखा। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष को दो बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी। पहले विधानसभा अध्यक्ष ने एक घंटे के लिए व बाद में दोपहर चार बजे तक सदन को स्थगित कर दिया।
आज विधानसभा में शून्यकाल में कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र काडाम ने यह मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि राज्य में 1863 एमबीबीएस और बीडीएस सीटों के लिए अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग (एससी) के छात्रों के लिए संविधान के प्रावधानों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है।
बीजद विधायक अरुण साहू ने भी उनका समर्थन किया। इस मुद्दे को लेकर बीजद और कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा किया और आरक्षण मुद्दे से निपटने के सरकार के तरीके के विरोध में पर्चे फेंके। इस मामले पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की और सदन की कार्यवाही बाधित की।
बीजद और कांग्रेस की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक टंकधर त्रिपाठी ने कहा कि जिन्होंने पिछले 24 सालों में ओबीसी के बारे में कभी नहीं सोचा, वे आज आरक्षण की बात कर रहे हैं। उन्होंने कलिंगनगर में आदिवासियों की हथेलियां काट दी थीं। वे आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रस्ताव लेकर आए थे। अब वे आदिवासी आरक्षण की बात कर रहे हैं।
अध्यक्ष के अपमान के मामले में निंदा प्रस्ताव पारित
शुक्रवार को विधानसभा में अध्यक्ष के अपमान के मामले में आज सदन में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। आज बीजेपी विधायक मानस दत्त और सिद्धांत महापात्र ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि सदन में स्पीकर की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहा है। उन्होंने मांग की कि विपक्ष शुक्रवार के कृत्य के लिए माफी मांगे।
इस मुद्दे पर सरकारी पार्टी सचेतक निंदा प्रस्ताव लेकर आये। विपक्षी विधायकों के हंगामे के बीच मतदान में निंदा प्रस्ताव पारित हो गया। इसके बाद हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी।
गौरतलब है कि कल बीजू जनता दल के दो विधायकों माधव धड़ा व रोमांचरंजन बिश्वाल ने विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम पर चढने का प्रयास किया था।