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गजपति जिले में 129 संभावित भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों की पहचान
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राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने विधानसभा में दी जानकारी
भुवनेश्वर। ओडिशा के गजपति में भूस्खलन और 14 जिलों में भूकंप का खतरा है। ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने गुरुवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि राज्य का गजपति जिला भूस्खलन के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील है। गजपति जिले में 129 संभावित भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों की पहचान की गई है।
भूस्खलन की घटनाओं को कम करने के लिए मौसम विभाग और अमृता विश्व विद्यापीठम, केरल के साथ निरंतर समन्वय बैठकें की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त, ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और अमृता विश्व विद्यापीठम के बीच एक समझौता हुआ है, जिसमें जिले में सर्वेक्षण करने की योजना है।
भूकंप के खतरे का आकलन
पुजारी ने बताया कि ओडिशा के जिन 14 जिलों को भूकंप का खतरा है, ये जिले हैं जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, पुरी, खुर्दा, कटक, जाजपुर, ढेंकानाल, अनुगूल, संबलपुर, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, बरगढ़, बलेश्वर और मयूरभंज। इन जिलों को मध्यम से भूकंप-संवेदनशील क्षेत्रों (क्षेत्र-III) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
आपदा प्रबंधन में सुधार
पुजारी ने बताया कि राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र आपदा प्रबंधन और मौसम पूर्वानुमान के लिए कार्यरत है, जिससे आपदाओं की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सके। उन्होंने बताया कि ये अपडेट राज्य के आपदा प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने में मदद करेंगे, खासकर भूस्खलन और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति तैयार रहने के लिए।