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विधानसभा में वन मंत्री गणेश राम खुंटिया ने दी जानकारी
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बंदरों द्वारा उत्पन्न समस्या से निपटने के लिए विशेष दल गठित किए हैं। यह जानकारी मंगलवार को विधानसभा में वन मंत्री गणेश राम खुंटिया ने केंद्रापड़ा विधायक गणेश्वर बेहरा के सवाल के जवाब में दी।
मंत्री ने बताया कि प्रत्येक वन मंडल में बंदरों के आतंक से निपटने के लिए ‘एंटी-डिप्रेडेशन टीमों’ को तैनात किया गया है। ये टीमें मानव बस्तियों में उपद्रव मचाने वाले बंदरों को भगाने के काम में लगी हुई हैं। इसके अलावा, बंदरों को डराने के लिए दल के सदस्य अल्ट्रासोनिक बंदर विकर्षक का भी उपयोग कर रहे हैं।
खुंटिया ने कहा कि संवेदनशील वन क्षेत्रों में ‘मंकी स्क्वॉड’ का गठन किया गया है और इन क्षेत्रों में बंदरों को पकड़ने के लिए अनुभवी ‘मांकेडिया’ समुदायों की मदद ली जा रही है।
जहां भी आवश्यक हो रही है वहां समस्या उत्पन्न करने वाले बंदरों को शांत कर दूरस्थ जंगलों में स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने और उन्हें बंदरों को न खिलाने की सलाह देने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
हाथियों द्वारा कृषि फसलों और अन्य संपत्तियों को हुए नुकसान के बारे में मंत्री ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में हाथियों को वापस जंगलों में खदेड़ने के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही हाथियों के हमले से प्रभावित क्षेत्रों में फसलों की सुरक्षा के लिए ‘गण सुरक्षा गज सुरक्षा’ योजना के तहत सोलर फेंसिंग लगाई जा रही है। मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत व्यक्तिगत लाभार्थियों को 50 प्रतिशत और समूहों को 10 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।