-
चौंकाने वाली और जानकारियों का हुआ खुलासा
भुवनेश्वर। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा भुवनेश्वर और कटक में दो सिम बॉक्स रैकेट का भंडाफोड़ करने के कुछ दिनों बाद ट्विन सिटी पुलिस कमिश्नर संजीव पंडा ने कुछ चौंकाने वाले खुलासा किया है।
सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पंडा ने खुलासा किया कि सिम बॉक्स रैकेट के तार झारखंड से भी जुड़े हैं। ओडिशा में दो का भंडाफोड़ हो चुका है, जबकि तीसरा रैकेट कथित तौर पर पड़ोसी राज्य में चल रहा है। पंडा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि कमिश्नरेट पुलिस की एक टीम जल्द ही झारखंड का दौरा करेगी और वहां छापेमारी तेज करेगी।
पंडा ने बताया कि अभी तक हमने कटक और भुवनेश्वर में छापेमारी के दौरान कुल 12 सिम बॉक्स जब्त किए हैं। हमारी टीम ने दोनों जगहों से कुल 481 सिम कार्ड जब्त किए हैं। हमने आरोपी जोड़ी के पास रखे 810 अतिरिक्त स्टैंड-बाय सिम कार्ड भी जब्त किए हैं। मुख्य आरोपी असदुर जमान ओडिशा की अपनी यात्रा के दौरान जिन होटलों में रुका था, उन सभी पर भी छापेमारी चल रही है।
उन्होंने कहा कि इन उपकरणों का इस्तेमाल रिसीवर को कॉल के स्रोत के बारे में बिना पता चले अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कॉल करने के लिए किया जाता था। इन उपकरणों का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों सहित कई अपराधों को अंजाम देने के लिए भी किया जाता था।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी नागरिक असदुर की मदद से पश्चिम बंगाल का रहने वाला गिरफ्तार आरोपी राजू मंडल भुवनेश्वर और कटक में किराए के घरों से सिम बॉक्स संचालित कर रहा था। उसका काम यह सुनिश्चित करना था कि यूपीएस, इंटरनेट, बिजली और अन्य सेवाएं ठीक से काम करें।
रिपोर्ट के अनुसार, मंडल ओडिशा से कोलकाता सामान ले जाता था और फिर उसे बांग्लादेश में बेच देता था। यहीं पर उसकी दोस्ती असदुर से हुई, जिसने उसे सिम बॉक्स का आइडिया दिया। सिम बॉक्स का इस्तेमाल पाकिस्तान, चीन और मध्य पूर्व में अंतर्राष्ट्रीय कॉल को बायपास करने के लिए किया जाता था।
कटक में पुलिस द्वारा किये गये छापेमारी के बारे में जानकारी देते हुए पंडा ने बताया कि मधुपाटना पुलिस की मदद से हमारी टीम ने एक रिहायशी घर ‘बृंदाबन भवन’ पर छापा मारा और सिम बॉक्स ऑपरेशन का पर्दाफाश किया। घर से कम से कम 200 सिम कार्ड का इस्तेमाल करने वाले कम से कम 5 सक्रिय सिम बॉक्स बरामद किए गए। हमने राउटर और मॉडेम के साथ 310 अतिरिक्त सिम भी जब्त किए हैं।