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अपनी पुस्तक में संत कवि भीम भोई के चरित्र पर मिथ्या लांछन लगाया
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भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित मोर्चा ने भुवनेश्वर कैपिटल थाने में मामला दर्ज कराया
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संबलपुर जिले में भी विधायक ने दर्ज करायी है प्राथमिकी
भुवनेश्वर. महिमा संप्रदाय के संत कवि भीम भोई के चरित्र पर मिथ्या लांछन लगाकर पुस्तक रचना करने वाले लेखक केदार मिश्र के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा द्वारा रविवार को भुवनेश्वर कैपिटल थाने में मामला दर्ज किया तथा उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. शनिवार को संबलपुर के रेंगाली के भाजपा विधायक नाउरी नायक ने भी श्री मिश्र के खिलाफ इसी समान विषय को लेकर मामला दर्ज कराया था.
भाजपा प्रतिनिधि दल का नेतृत्व करने वाले भाजपा प्रदेश सचिव दिलीप मलिक ने बताया कि एक दलित परिवार में जन्म लेने वाले संत कवि भीम भोई ने जो मानविकता का संदेश दिया है, उससे न केवल ओडिशा बल्कि पूरा भारत मुक्ति ज्ञान प्राप्त कर रहा है. वह जन्म से ही दिव्यांग थे तथा उन्हें दिव्य ज्ञान प्राप्त होने के बाद उन्होंने महिमा संप्रदाय का प्रचार किया तथा विश्व कल्याण का मार्ग बताया. उनकी वाणी को ओडिशा व ओडिशा के बाहर के राज्यों में करोड़ों लोग मानते हैं तथा श्रद्धा से उनकी पूजा करते हैं, लेकिन आरोप है केदार मिश्र नामक एक लेखक ने भीम भोई एंड हिज फिमेल कन्सर्ट नामक पुस्तक में उनका चरित्र हनन करने का काम किया है. यह पुस्तक में लेखक ने संत भीम भोई के अनेक महिलाओं के साथ संबंध होने की बात कही है. इससे महिमा संप्रदाय के करोड़ों श्रद्धालु आहत हुए हैं. यह समग्र दलित समाज का अपमान है. इस पुस्तक का जर्मनी के एक अन्य लेखक सह लेखक हैं. विदेशी शक्तिओं के एजेंडे में मिश्र ने भारतीय संस्कृति के मान बिंदु पर हमला किया है. भारतीय संत समाज व महिमा संप्रदाय को नीचा दिखाने की यह साजिश है. ऐसे में इस पुस्तक की जांच करने के साथ-साथ लेखक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अनुसार कार्रवाई की जाए. इस प्रतिनिधिदल में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष सुशांत मलिक, राज्य कार्यकारिण सदस्य पूर्णचंद्र मलिक व अशोक सेठी भी थे.