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राज्य में अब तक इस पॉजिटिव मामलों की संख्या करीब 2,000 तक पहुंची
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अकेले खुर्दा जिले में पाये गये 500 से अधिक मामले
भुवनेश्वर। ओडिशा में डेंगू से केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम की पत्नी झिंगिया ओराम समेत दो की मौत हो गयी है, जबकि 500 से अधिक मामले खुर्दा जिले में पाये गये हैं। ओडिशा में डेंगू के बढ़ते मामले चिंता का विषय बन गए हैं। राज्य में अब तक इस बीमारी के पॉजिटिव मामलों की संख्या करीब 2,000 तक पहुंच गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग और भुवनेश्वर नगर निगम ने दावा किया है कि स्थिति नियंत्रण में और सभी उपाय किये जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम की पत्नी झिंगिया ओराम का शनिवार देर रात भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 58 वर्ष की थीं। केंद्रीय मंत्री की पत्नी डेंगू से पीड़ित थीं और पिछले नौ दिनों से उनका इलाज चल रहा था।
झिंगिया ओराम का प्लेटलेट काउंट 60,000 तक गिरा
अपनी पत्नी के निधन पर जुएल ओराम ने कहा कि रात करीब 10:50 बजे मेरी पत्नी ने अंतिम सांस ली। उन्हें फेफड़े में फाइब्रोसिस था और डेंगू का भी इलाज चल रहा था। उनका प्लेटलेट काउंट 60,000 तक गिर गया था और वह बेहोश हो गईं। मेरी पत्नी एक बड़ी जिम्मेदारी निभा रही थीं, जिसके लिए मैं अपने राजनीतिक जीवन का निर्वहन कर पाया।
इलाज में कोई अनियमितता नहीं – सीएम
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी, अन्य मंत्री और भाजपा नेता भुवनेश्वर के लुम्बिनीविहार में जुएल ओराम के आवास पर पहुंचे और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने कहा कि उनके इलाज में कोई अनियमितता नहीं थी। यह जुएल ओराम के परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हम यहां अपनी संवेदना व्यक्त करने आए हैं।
ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने भी दुख व्यक्त किया और कहा कि जुएल ओराम की पत्नी के निधन से हम बहुत दुखी हैं। वह बहुत सहयोगी थीं और सभी से प्यार और सम्मान करती थीं।
चंद्रशेखरपुर में युवती की मौत
इधर, बीडीए हाउसिंग बोर्ड कालोनी चंद्रशेखरपुर निवासी 29 वर्षीय श्वेता मोहंती उर्फ मामुनी का निधन हो गया। दो दिन पहले उनका तबीयत खराब हो गया था और डाक्टर ने दवा देकर घर पर आराम करने की सलाह दी थी। इसके बाद शनिवार को उनकी हालत बिगड़ गयी और चिकित्सकों ने उनको ब्रेन डेड घोषित किया और रविवार को मृत घोषित कर दिया गया। युवती के रिश्तेदार संदीप पटनायक ने बताया कि इलाज के दौरान शनिवार को अचानक उनकी तबीयत गंभीर हो गयी और हम अस्पताल ले गये, तो उन्हें पहले आईसीयू में भर्ती कराया। उनका प्लेटलेट काउंट 10,000 तक गिरा था। इससे उनका लीवर ने काम करना बंद कर दिया और फिर धीरे-धीरे ब्रेन डेड हो गया। इसके बाद रविवार को सुबह-सुबह मृत घोषित करते अस्पताल ने शव को परिवार के सौंप दिया। उनका अंतिम संस्कार सत्यनगर में किया गया।
सुंदरगढ़ दूसरे नंबर पर
बताया गया है कि अकेले खुर्दा में डेंगू के करीब 500 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद सुंदरगढ़, राउरकेला, बलांगीर और कटक का नंबर आता है। राज्य सरकार कथित तौर पर बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रही है।
मंत्री की पत्नी की मौत के बाद चिंता बढ़ी
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम की पत्नी झिंगिया ओराम की मौत की घटना ने कई क्षेत्रों में डेंगू के प्रकोप को लेकर चिंता पैदा कर दी है।
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क
ओडिशा के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ नीलकंठ मिश्र ने कहा कि हम उन जगहों पर सक्रिय हैं, जहां डेंगू का प्रकोप देखा गया है। नगर निगम की मदद से उन जगहों पर निवारक उपाय किए जा रहे हैं। डेंगू से प्रभावित व्यक्तियों के उचित निदान और उपचार के लिए प्रयास किए गए हैं। कैपिटल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ धनंजय दास ने कहा कि शुक्रवार को भुवनेश्वर में 192 नमूनों की जांच में से 13 में डेंगू के लक्षण पाए गए। डेंगू से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए हमने दो विशेष वार्ड बनाए हैं। एक वार्ड में 14 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि दूसरे वार्ड में कोई मरीज नहीं है। अस्पताल में इलाज करा रहे सभी मरीजों की हालत स्थिर है। हमने डेंगू के मरीजों के लिए 20 और बेड आरक्षित किए हैं।
भुवनेश्वर में डेंगू का प्रकोप नियंत्रण में
भुवनेश्वर की मेयर सुलोचना दास ने कहा कि भुवनेश्वर में डेंगू का प्रकोप पिछले साल की तुलना में नियंत्रण में है। हालांकि, हमने इसे हल्के में नहीं लिया है। मच्छर मारने वाले तेल का छिड़काव नियमित अंतराल पर किया जा रहा है। हम रुके हुए पानी की सफाई भी कर रहे हैं, फॉगिंग जारी रख रहे हैं और लोगों में जागरूकता फैला रहे हैं। हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।