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उच्च शिक्षा विभाग ने कड़े कदम उठाए
भुवनेश्वर। राज्य के सरकारी और निजी कॉलेजों में अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कड़े कदम उठाए हैं। विभाग ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को नियमित रूप से अग्नि सुरक्षा ऑडिट कराने का निर्देश दिया है, ताकि संभावित खतरों की पहचान की जा सके और परिसर में मौजूद सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अग्नि सुरक्षा ऑडिट का उद्देश्य उन संभावित खतरों को पहचानना है, जो किसी भी आपात स्थिति में संस्थान की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय समय पर लागू हों।
विभाग ने शैक्षणिक संस्थानों को यह भी निर्देश दिया है कि वे अपने फायर प्रोटेक्शन सिस्टम का आकलन करें। इसमें फायर अलार्म, स्प्रिंकलर सिस्टम और आपातकालीन निकास द्वारों की स्थिति और कार्यक्षमता की जांच शामिल है।
इसके अलावा, संस्थानों को आपातकालीन प्रक्रियाओं की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। विभाग ने आदेश दिया है कि शैक्षणिक संस्थानों में नियमित रूप से प्रशिक्षण सत्र और मॉक ड्रिल आयोजित की जाएं, ताकि किसी भी आग लगने की स्थिति में सभी को उचित प्रतिक्रिया देने का तरीका पता हो।
इन कदमों से न केवल कानूनी आवश्यकताओं का पालन किया जाएगा, बल्कि शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा और तैयारी में भी महत्वपूर्ण सुधार होगा।