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सुआर-महासुआर नियोग ने जताई खुशी
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महाप्रसाद वितरण से भक्तों में खुशी, सूखा भोग की भी होगी व्यवस्था : पद्मनाभ महासुआर
पुरी। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन द्वारा पुरी श्रीमंदिर में भगवान जगन्नाथ का महाप्रसाद भक्तों को मुफ्त में वितरित करने की योजना की घोषणा के एक दिन बाद इस मंदिर के सुआर-महासुआर नियोग ने इस कदम का स्वागत किया है।
सुआर महासुआर नियोग के अध्यक्ष पद्मनाभ महासुआर ने कहा कि यह एक बहुत ही स्वागत योग्य कदम है। इस पहल की शुरुआत 2017 में हुई थी, जब भक्तों के बीच सीमित मात्रा में महाप्रसाद वितरित किया जाता था। हालांकि, बाद में इसे बंद कर दिया गया। अगर भाजपा सरकार फिर से मुफ्त महाप्रसाद वितरण शुरू करती है तो हमें बहुत खुशी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि दक्षिण भारत के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों सहित कई मंदिरों में भक्तों को मुफ्त में प्रसाद वितरित किया जाता है। हम निश्चित रूप से सरकार के साथ सहयोग करेंगे, ताकि महाप्रसाद का मुफ्त वितरण सफल हो सके।
महासुआर ने यह भी बताया कि इस योजना को लंबे समय तक चलाने के लिए विशेष फंड आवंटन की आवश्यकता होगी। यदि भक्तों को बिना किसी कठिनाई के पवित्र देवों के दर्शन करने का अवसर मिलता है और मंदिर परिसर से निकलते समय महाप्रसाद मिलता है, तो वे बहुत खुश होंगे।
सुबह मंदिर आने वाले भक्तों को क्या दिया जाएगा, इस पर उन्होंने कहा कि सुखिला भोग (सूखा प्रसाद) जैसे खाजा, मखाना लड्डू और जगन्नाथ बल्लभ जैसी वस्तुएं सुबह के समय मंदिर में आने वाले भक्तों को दी जा सकती हैं।