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पूजा पंडा और बाडू नियोग के बीच विवाद से भगवान भूखे
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पइता लागी नीति को लेकर जारी विवाद से भक्तों में आक्रोश
भुवनेश्वर। भगवान लिंगराज मंदिर में पूजा पंडा नियोग और बाडू नियोग के बीच चल रहे विवाद के कारण भगवान लिंगराज को पिछले शाम से भूखे रहना पड़ रहा है। भक्तों को दर्शन की अनुमति तो है, लेकिन कल शाम से कोई भी अनुष्ठान नहीं हुआ है। रविवार को मंगला आरती भी नहीं की गई, जिससे भक्तों में नाराजगी बढ़ गई है।
पूजा पंडा नियोग और बाडू नियोग के बीच पइता लागी नीति को लेकर चल रही खींचतान के कारण भगवान के अनुष्ठान बंद हैं। इस विवाद के कारण भगवान को भूखे रहना पड़ रहा है, जिससे भक्तों में आक्रोश फैल गया है।
सूत्रों के अनुसार, कोविड-19 महामारी के समय से ही पइता लागी नीति को लेकर रोक दिया गया था। यह विवाद अभी भी अदालत में लंबित है और फैसले का इंतजार किया जा रहा है। इस बीच, कुछ भक्तों और अन्य लोगों ने सभी अनुष्ठानों की पुनः शुरुआत की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमारी केवल यही मांग है कि इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द हो। इसलिए हम यहां विरोध में बैठे हैं। यह पहली बार नहीं है, यह 2015 से चल रहा है। हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद अनुष्ठान अभी भी नहीं हो रहे हैं। इसने सेवकों के बीच गुटबंदी पैदा कर दी है।
उन्होंने आगे कहा कि तब से एक के बाद एक अनुष्ठान बंद हो रहे हैं। पहले चापा नहीं हुआ, फिर शीतल षष्ठी और उसके बाद अन्य अनुष्ठान। धीरे-धीरे वे सभी अनुष्ठानों को रोक रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
इस बीच, इस मुद्दे पर मंदिर प्रशासन की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई थी।