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5.85 लाख रुपये के गबन के आरोप में पांच ठिकानों पर छापेमारी
भुवनेश्वर। ओडिशा विजिलेंस विभाग ने शनिवार को जाजपुर में सीटी और जीएसटी प्रवर्तन इकाई के असिस्टेंट कमिश्नर विनय भूषण त्रिपाठी से जुड़े पांच स्थानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की। यह कार्रवाई त्रिपाठी पर सरकारी धन की हेराफेरी के आरोप में की जा रही है, जिसमें 5.85 लाख रुपये के गबन का आरोप है।
जानकारी के मुताबिक, त्रिपाठी ने एक कबाड़ मालवाहक वाहन से कर और जुर्माना वसूले बिना सरकार को नुकसान पहुंचाया। आरोप है कि त्रिपाठी ने अपनी पदस्थापना के दौरान 22,240 किलोग्राम वजन वाले कबाड़ से भरे एक वाहन को रोका था, जिसकी कीमत लगभग 8,89,600 रुपये थी।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि त्रिपाठी ने वाहन के मालिक से संपर्क कर 3,20,000 रुपये टैक्स के रूप में कैश लेजर में जमा करने को कहा और वाहन और सामग्री को छोड़ने के लिए 2,50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। जब रिश्वत की मांग पूरी नहीं हुई, तो त्रिपाठी ने कथित तौर पर सारा कबाड़ किसी दूसरे कबाड़ व्यापारी को बेच दिया। इसके बाद त्रिपाठी ने टैक्स वसूला और 5,85,356 रुपये की शेष राशि का गबन कर लिया।
विजिलेंस अधिकारियों ने अपने बयान में कहा कि त्रिपाठी पर विभिन्न परिवहनकर्ताओं व आपूर्तिकर्ताओं से कर की चोरी के बहाने भारी रिश्वत वसूलने का भी आरोप है। इस सिलसिले में विजिलेंस की टीमें उनके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं और मामले की जांच जारी थी।