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दिल्ली में दोनों मुख्यमंत्रियों की हुई भेंट
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माझी ने समस्या समाधान के लिए कदम उठाने का आग्रह किया
भुवनेश्वर। नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली आए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की और आलू आपूर्ति मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की।
सूत्रों के अनुसार, माझी ने बनर्जी से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की, जो नीति आयोग की बैठक में शामिल होने आयी हैं। माझी ने उनसे जल्द से जल्द समस्या के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया। बैठक के दौरान माझी ने विस्तार से बताया कि किस तरह से इस संकट ने ओडिशा के आम आदमी को प्रभावित किया है।
सूत्रों ने बताया कि मामले से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि बैठक में सकारात्मक परिणाम निकल सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल द्वारा अन्य राज्यों को आलू के निर्यात पर अस्थायी रोक लगाए जाने के बाद रसोई के लिए आवश्यक आलू की कीमत 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई है।
ओडिशा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कृष्ण चंद्र पात्र ने बताया कि पड़ोसी सरकार के साथ चर्चा के बाद पश्चिम बंगाल से आलू की खरीद फिर से शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल से आलू का आयात नहीं हो पाने के कारण इसकी कीमत में उछाल आया है, लेकिन पड़ोसी सरकार के साथ चर्चा के बाद, आलू से लदे ट्रक ओडिशा में प्रवेश करने लगे हैं। बाजार में आलू सामान्य दरों पर बिक रहा है। पात्र ने कहा कि आलू अब 32 से 34 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
इससे पहले कल, पात्र ने राज्य में मौजूदा संकट के लिए तत्कालीन बीजद सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
पात्र ने आरोप लगाया था कि पिछली बीजद सरकार का आलू और प्याज मिशन बुरी तरह विफल रहा, लेकिन इसने पर्याप्त पहल नहीं की या कोल्ड स्टोरेज जैसे बुनियादी ढांचे को बढ़ावा नहीं दिया या राज्य में आलू और प्याज का उत्पादन नहीं बढ़ाया।
इसी तरह, राज्य व्यापारी संघ ने नवीन पटनायक की सरकार के कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए आलू मिशन की विफलता को जिम्मेदार ठहराया, जबकि ओडिशा को हर साल 14.5 लाख टन आलू की आवश्यकता होती है, राज्य प्रति वर्ष केवल 80,000-90,000 टन आलू का उत्पादन कर रहा है।