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बदामबाड़ी बस स्टैंड में न बस का पता न यात्रियों का, सन्नाटा ही सन्नाटा

  • लाखों की कमाई पर लगा ग्रहण

  • सन्नाटे में पसरा परिसर और इलाका

कटक. कटक का प्रमुख बस स्टैंड बदामबाड़ी काफी प्रख्यात है एवं यहां से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में बसें चलती हैं. लॉकडाउन के बाद लगभग दो महीने होने जा रहा है. बस सर्विस बंद होने के कारण बदामबाड़ी बस स्टैंड में एक बिरानी छायी हुई है. इस पर कोरोना की काली छाया पड़ गयी है. कटक में यही एक बस स्टैंड है, जहां से प्रतिदिन लाखों की संख्या में यात्री यात्रा करते हैं. बदामबाड़ी बस स्टैंड से राज्य के सभी जिलों के साथ-साथ झारखंड, बंगाल एवं छत्तीसगढ़ के लिए बसों की लगातार सर्विस है.

दो महीनों में कई करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है. नुकसान सिर्फ बस मालिकों को ही नहीं, बल्कि स्टैंड में विभिन्न प्रकार की दुकानें खोल कर बैठे कई व्यवसायियों को भी हुआ है. अभी यहां की स्थिति देखकर ऐसी लग रही है, जैसे कि यह बस स्टैंड क्रिकेट का मैदान बन गया हो.

आलम यह है कि इस बस स्टैंड में इन दिनों बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं. इसी बस स्टैंड में सैकड़ों की संख्या में कुली अपनी सेवा देकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे, जो कि लगभग दो महीने से बंद है. इन कुली लोगों की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. बसें नहीं चलने के कारण सैकड़ों की संख्या में विभिन्न प्रकार की दुकान खोलें व्यापारियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

कोरोना के कारण लाखों की कमाई पर ग्रहण लग चुका है. लोगों के आवागमन नहीं होने के कारण शाम को इस इलाके से गुजरने में मैं भी डर जैसा लगता है. जिस तरह ओडिशा में दिन प्रतिदिन कोरोना की संख्या बढ़ती जा रही है, इससे यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि यहां रौनक पुनः कब लौटेगी.

 

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