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ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना
भुवनेश्वर। ओडिशा और उससे सटे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों से सटे बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य क्षेत्र में बना निम्न दबाव का क्षेत्र दबाव अब डिप्रेशन में तब्दील हो चुका है। पिछले 6 घंटों के दौरान 3 किमी प्रति घंटे की गति से लगभग पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था।
यह जानराकी भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को देते हुए बताया कि यह सिस्टम आज सुबह 05.30 बजे भारतीय समयानुसार, चिल्का झील के पास ओडिशा तट पर, पुरी से लगभग 40 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम और गोपालपुर (ओडिशा) से 70 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में केंद्रित था। आईएमडी ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान इसके ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है।
आईएमडी के अनुसार, इसके प्रभाव में 23 जुलाई तक ओडिशा में भारी से भारी होने की संभवना है। इसे लेकर मौसम विभाग ने अलग-अलग जिलों के लिए चेतावनी जारी की है।
ओडिशा में बाढ़ की स्थिति नहीं – जल संसाधन विभाग
भुवनेश्वर। जल संसाधन विभाग ने कहा कि डिप्रेशन के कारण गंजाम, मालकानगिरि, कोरापुट और नवरंगपुर जिलों में भारी बारिश हुई है, लेकिन ओडिशा में बाढ़ की स्थिति नहीं है।
विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ भक्त रंजन मोहंती ने कहा कि शुक्रवार तक जलाशय की स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन अब इसमें सुधार हुआ है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में अचानक बाढ़ आने की खबरें हैं। मालकानगिरि में 200 मिमी से अधिक बारिश होने के कारण कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। हीराकुंड बांध की स्थिति अच्छी नहीं है, क्योंकि इसका जल स्तर पिछले साल की तुलना में 11 फीट नीचे है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय केंद्र ने शनिवार को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश के लिए नारंगी चेतावनी जारी की है।