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पहले के सभी विवादित प्रस्ताव हुए खारिज
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मुख्य चुनाव अधिकारी बने अविनाश खेमका
कटक। मारवाड़ी समाज की साधारण सभा शुक्रवार 19 जुलाई को कटक के मारवाड़ी क्लब प्रांगण में आयोजित हुई, जिसमें सारे घटकों के 200 से ज्यादा सदस्य शामिल हुए। मंच पर विराजमान थे अध्यक्ष किशन मोदी, गणेश प्रसाद कन्दोई, देवकीनन्दन जोशी, मोहनलाल सिंघी, राधेश्यम मोदी, नथमल छनाणी एवं नीलम साह। सभा का संचालन किया रमण बगड़िया ने। सभा का आरम्भ श्रीगणेश वन्दना से हुई और फिर दिवंगत पुण्यात्माओं के लिए एक मिनट का मौन रखा गया।
कटक मारवाड़ी समाज के Dissolution के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से खारिज किया गया। तत्पश्चात समस्त सदस्यों की जनभावना का सम्मान करते हुए विगत कुछ वर्षों में संविधान में किए गए संशोधनों (75 वर्ष से अधिक आयु के सदस्य चुनाव नहीं लड़ सकते, 12वीं कक्षा पास से कम पढ़े लिखे सदस्य चुनाव नहीं लड़ सकते, दो बार चुनाव हारे सदस्य चुनाव नहीं लड़ सकते, चुनाव समिति का गठन Executive Committee में करना) को सर्वसम्मति से निरस्त किया गया। अब 35 वर्ष से अधिक आयु के कोई भी सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं, और चुनाव समिति का गठन साधारण सभा में ही होगा।
रमण बगड़िया ने महासचिव की रिपोर्ट लिखित रूप से प्रस्तुत किया और कोषाध्यक्ष का विगत दो वर्षों का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया, जिसे सभा ने अनुमोदित किया।
इसके बाद पाँच सदस्यीय चुनाव समिति का गठन किया गया, जिसमें मुख्य चुनाव अधिकारी हैं अविनाश खेमका और अन्य चुनाव अधिकारी हैं पानमाल नाहटा, बजरंगलाल चिमनका, संगीता चौबे और ललित झवर। यह प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित किया गया। चुनाव समिति ने चुनाव प्रक्रिया का विस्तृत प्रस्ताव रखा (22-23 जुलाई को चुनाव नामांकन फॉर्म लेना, 24-25 जुलाई को नामांकन फॉर्म भर कर दाखिल करना, 26 जुलाई को नामांकन फॉर्म की जाँच करना, 27-28 जुलाई को नामांकन फॉर्म वापस लेना, 30 जुलाई को चुनाव समिति द्वारा प्रत्याशियों के लिए मारवाड़ी क्लब प्रांगण में Why I Stand For जनसभा का आयोजन करना और 1 अगस्त को मतदान एवं चुनाव परिणाम की घोषणा) जिसे सभा ने सर्वसम्मति से पारित किया। यह सारी प्रक्रिया मारवाड़ी क्लब प्रांगण में संचालित होगी। 22 जुलाई से 28 जुलाई तक की प्रक्रिया प्रतिदिन सायं 5 बजे से 7 बजे, 30 जुलाई की जनसभा सायं 7 बजे, मतदान 1 अगस्त को प्रातः 8 बजे से सायं 4 बजे तक, मतगणना 1 अगस्त को सायं 4.30 बजे शुरू करके और फिर नतीजे की घोषणा करके चुनाव संपन्न कराना।
सभा में उपस्थित कई महानुभावों ने अपने अपने विचार प्रकट किए और कुछ सुझाव दिए। अन्त में संतोष सोन्थलीया ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापन कर सभा को संपन्न किया।