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चावल के परिवहन का टेंडर हासिल करने में एक प्रोपराइटर फर्म को लाभ पहुंचाना को लेकर हुई थी डील
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गिरफ्तारों में एफसीआई के ओडिशा क्षेत्र के महाप्रबंधक प्रेम सिंह भनोट और प्रबंधक (लेखा) शामिल
भुवनेश्वर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के एक मामले में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई), ओडिशा क्षेत्र के दो वरिष्ठ अधिकारियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एफसीआई के ओडिशा क्षेत्र के महाप्रबंधक प्रेम सिंह भनोट और प्रबंधक (लेखा) संजय डे शामिल हैं।
सीबीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दो अन्य लोगों की पहचान एसपी ट्रेडर्स एंड सप्लायर्स प्राइवेट लिमिटेड की प्रोपराइटर मलिना डे उर्फ सौमी भट्टाचार्य और बिचौलिया कोलकाता निवासी सैयद हसनैन अहमद के रूप में हुई है।
चावल के परिवहन से संबंधित एक टेंडर हासिल करने में प्रोपराइटर की फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तारी की गई।
सीबीआई ने 28 जून, 2024 को एफसीआई के दो अधिकारियों, दो बिचौलियों, निजी कंपनी के कोलकाता स्थित प्रोपराइटर और अज्ञात अन्य सहित पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जांच एजेंसी ने कहा कि आरोप लगाया गया है कि आरोपी एफसीआई महाप्रबंधक, बिचौलियों, उक्त प्रबंधक (लेखा) और निजी फर्म के मालिक के साथ मिलीभगत करके चावल अनाज के परिवहन से संबंधित निविदा प्रक्रिया से संबंधित मामलों में भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त थे, जिससे उन्हें गलत तरीके से लाभ हुआ और सरकारी खजाने को नुकसान हुआ।
यह भी आरोप लगाया गया है कि ‘चावल अनाज के परिवहन’ से संबंधित निविदा के संबंध में, उक्त जीएम ने फर्म के आरोपी मालिक की सहायता की और उसका पक्ष लिया, जिसने एक फर्म के नाम पर निविदा में भाग लिया था।
एक आरोपी बिचौलिए ने जीएम, एफसीआई से संपर्क किया और बताया कि निविदा में कार्य आदेश के आवंटन में सहायता करने के लिए मालिक उसे रिश्वत देना चाहता है। जीएम ने उसे मालिक को सूचित करने के लिए कहा कि वह इस उपकार के बदले में उसे 5 लाख रुपये की रिश्वत दे।
सीबीआई ने जाल बिछाया और जीएम, एफसीआई, उक्त मालिक और अन्य आरोपी बिचौलियों को 1 लाख रुपये की रिश्वत राशि देने पर पकड़ लिया गया। ट्रैप कार्यवाही के दौरान पकड़े गए तीनों आरोपियों और एफसीआई के प्रबंधक (लेखा) को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को भुवनेश्वर की सक्षम अदालत में पेश किया गया और उन्हें 6 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
सीबीआई ने कोलकाता, हैदराबाद और भुवनेश्वर में भी छापेमारी की, जिसमें करीब 5 लाख रुपये नकद, लॉकर की चाबियां, मोबाइल, लैपटॉप और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। जांच जारी है।