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इस बेड़े में शामिल होंगी और 400 ई-बसें
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मो-बस में यात्रा कर शहरी विकास मंत्री ने ली यात्रियों की प्रतिक्रिया
भुवनेश्वर। मो-बस का नाम बदल कर आम बस किया जा सकता है और इस बेड़े में और 400 ई-बसें जोड़ी जायेंगी। नाम बदलने और सुविधाओं को लेकर यदि आवश्यक हुआ तो इस पर अधिक चर्चा की जाएगी। शहरी विकास व गृह निर्माण मंत्री डा कृष्ण चंद्र महापात्र ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।
मंत्री डॉ कृष्ण चंद्र महापात्र ने आज सुबह मो-बस में यात्रा की। उन्होंने मो-बस में सफर करते समय एक आम यात्री की तरह अपने लिए टिकट भी खरीदा और आम जनता से मो-बस के बारे में फीडबैक भी लिया।
इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में महापात्र ने कहा कि मो जब हम बोलते हैं, तब हममे अहं का भाव आ जाता है। इललिए यदि इसका नाम आम बस किया जाएगा तो अच्छा रहेगा।
उन्होंने कहा कि मो-बस सेवा नागरिकों को सुविधाजनक, स्थायी और सुरक्षित परिवहन विकल्प प्रदान कर रही है। बस में यात्रा करने वाले नियमित यात्रियों से विस्तार से चर्चा होगी। नागरिकों की जरूरत के आधार पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। हम समय-समय पर स्थिति का अध्ययन कर रहे हैं। जहां आवश्यक होगा वहां और अधिक बस सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत क्रूट की 400 इलेक्ट्रिक बसें लायी जाएगी। क्रूट ने पिछले 6 वर्षों में मो-बस सेवा उपलब्ध करने के मामले में काफी अच्छा काम की है। क्रूट द्वारा जो बसें चलाये जा रही हैं, उनमे से 63 इलेक्ट्रिक बसें चलायी जा रही हैं। आगामी दिनों में कटक, भुवनेश्वर और राउरकेला शहरों के लिए 100-100 और संबलपुर और बेरहामपुर शहरों के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसें इसमें जोड़ी जाएंगी। मंत्री डा महापात्र ने मास्टर कैंटीन से मो-बस में यात्रा कर गाड़कन डिपो पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद क्रूट के प्रबंध निदेशक तथा भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी अरुण बोथरा ने उनका स्वागत किया।