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लक्ष्मी बस को मिला नया नाम, भगवा रंग में भी रंगी

  • भाजपा सरकार ने नाम बदल कर किया मुख्यमंत्री बस सेवा

ढेंकानाल। ओडिशा में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही अटकलों के बाद अलग-अलग क्षेत्रों में चल रही लक्ष्मी बसों को नया नाम देने के बाद अब रंग-रूप दिया गया है। बहुचर्चित लोकेशन एक्सेसिबल मल्टी मॉडल इनिशिएटिव (लक्ष्मी) के तहत चलने वाली बसों का रंग ढेंकानाल में हरे से बदलकर भगवा कर दिया गया है।

सूत्रों ने बताया कि रंग बदलने के अलावा इन बसों के बॉडी पर लक्ष्मी योजना की जगह मुख्यमंत्री बस सेवा लिखा हुआ है। ढेंकानाल बस स्टैंड में खड़ी इन बसों को नया रूप दिया गया है, हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बस के रंग और नाम में तत्काल बदलाव का निर्देश किसने जारी किया है। इससे पहले राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद बसों से शंख चिह्न वाले स्टिकर हटा दिए गए थे और अब रंग और नाम बदल दिए गए हैं।

हालांकि, इस संबंध में वरिष्ठ परिवहन अधिकारियों ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। दावा किया जा रहा है कि बसों में बदलाव के काम में परिवहन विभाग के कर्मचारी नहीं लगे हैं। ढेंकानाल आरटीओ अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इस काम में लगे एक पेंटर ने कहा कि हमने बसों को कल से रंगना शुरू कर दिया है। हमें पहले चरण में 6 से 7 बसों को रंगने के लिए कहा गया है।

उल्लेखनीय है कि परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने पिछले सप्ताह कहा था कि लक्ष्मी योजना का नाम बदलकर अब ‘मुख्यमंत्री बस सेवा’ कर दिया जाएगा और लोगों को निर्बाध सार्वजनिक परिवहन सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

उन्होंने मीडिया को यह भी बताया था कि पूरी तरह से पुनर्गठन के साथ सेवा जल्द ही लागू की जाएगी और इस योजना में किसी पार्टी के प्रतीक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

लोगों को विश्वसनीय बस सेवा प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए मंत्री ने कहा था कि इसके कामकाज का गहन विश्लेषण करने के बाद किसी भी पार्टी के प्रतीक का उपयोग नहीं करने और नाम बदलकर मुख्यमंत्री बस सेवा करने का निर्णय लिया गया है।

मंत्री ने आगे जोर दिया था कि तीर्थ नगरी पुरी में भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के अवसर पर राज्य के हर ब्लॉक से बसें चलेंगी।

उल्लेखनीय है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 12 अक्टूबर 2023 को आदिवासी बहुल मालकानगिरि जिले से इस बस सेवा की शुरुआत की थी। इसके बाद राज्य के अन्य जिलों में भी बस सेवा शुरू की गई।

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