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देश के 11 हवाई अड्डों को निजीकरण किये जाने की संभावना
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बीपीआईए के अधिग्रहण की दौड़ में अडाणी समूह सबसे आगे
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीपीआईए) का जल्द ही निजीकरण हो सकता है। राष्ट्रीय मीडिया के कुछ हिस्सों में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, देश भर के 11 हवाई अड्डों का प्रबंधन जल्द ही निजी हाथों में हो सकता है। रिपोर्टों में कहा गया है कि इन 11 हवाई अड्डों में से भुवनेश्वर, इंदौर, रायपुर और त्रिची हवाई अड्डों का निजीकरण किया जा सकता है।
इसके परिणामस्वरूप, इन हवाई अड्डों के विकास और संवर्द्धन के लिए प्रयास किए जाएंगे। घाटे में चल रहे हवाई अड्डों को निजीकरण के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
लाभ और हानि के आधार पर हवाई अड्डों की सूची बनाई जाएगी और उसके अनुसार बोली लगाई जाएगी। अगर कोई कंपनी लाभ कमा रहे हवाई अड्डे का अधिग्रहण करती है, तो उसे घाटे में चल रहे हवाई अड्डे की जिम्मेदारी भी लेनी होगी। हालांकि, विस्तृत बोली प्रक्रिया के बारे में अंतिम निर्णय कैबिनेट की बैठक में लिया जाएगा।
विशेष रूप से, बीपीआईए एक लाभ कमाने वाला हवाई अड्डा है और यहां हवाई यातायात धीरे-धीरे बढ़ रहा है। खबरों के अनुसार, अडाणी समूह कथित तौर पर बीपीआईए का अधिग्रहण करने की दौड़ में सबसे आगे है।
सूत्रों के अनुसार निजीकरण के बाद बीपीआईए का बुनियादी ढांचा विकसित होगा और उसका बेहतर प्रबंधन होगा। हालांकि हवाई यात्रा का किराया थोड़ा बढ़ जाएगा, लेकिन यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।