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हजारों की संख्या में पहुंचे भक्तों ने किये दर्शन
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स्नान पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा हुए बीमार
पुरी। महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा के 15 दिनों तक बीमार होने के कारण उनका सार्वजनिक दर्शन बंद हो गया है। इस कारण हजारों श्रद्धालु आज पुरी से करीब 25 किलोमीटर दूर ब्रह्मगिरि स्थित अलारनाथ मंदिर में भगवान अलारनाथ देव के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। स्नान यात्रा के एक दिन बाद देवताओं को बुखार होने के कारण पवित्र त्रिदेव अड़सर पिंडी में चले गए हैं। सेवक गुप्त रूप से एक पखवाड़े तक उनका उपचार करेंगे। मान्यता है कि अड़सर काल के दौरान भगवान जगन्नाथ अलारनाथ देव के रूप में प्रकट होते हैं। ऐसा माना जाता है कि अलारनाथ के दर्शन के बाद भक्तों को भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इस दौरान अलारनाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ के अलारनाथ रूप की पूजा करने और हर दिन भगवान को चढ़ाए जाने वाले पवित्र ‘खीर’ प्रसाद का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुचारू दर्शन के लिए व्यापक व्यवस्था की है।
इससे पहले मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को पुरी में श्रीमंदिर परिसर में स्नान यात्रा के अवसर पर भगवान श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा के गजानन वेश में दर्शन किये।
सीएम माझी अपनी पत्नी के साथ शनिवार शाम को जगन्नाथ बल्लभ पार्किंग से ईवी ऑटो-रिक्शा लेकर श्रीमंदिर के पश्चिमी द्वार से मंदिर में प्रवेश किया।
इस दौरान मुख्य सचिव पीके जेना, एसजेटीए के मुख्य प्रशासक वीर विक्रम यादव और वरिष्ठ सेवादारों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
ब्रह्मगिरि के पूर्व विधायक ललितेंदु विद्याधर महापात्र, पिपिलि के विधायक आश्रित पटनायक और पुरी के पूर्व विधायक जयंत कुमार षाड़ंगी मुख्यमंत्री के साथ मंदिर पहुंचे।
माझी ने कहा कि उन्होंने राज्य के कल्याण के लिए प्रार्थना की। उन्होंने देवताओं के सुगम दर्शन के लिए सेवादारों और लोगों को धन्यवाद भी दिया।
इस बीच, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने भी मंदिर का दौरा किया और देवताओं के गजानन वेश में दर्शन किये।