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बीजद विधायक उम्मीदवार दीपाली दास के आवेदन को चुनाव आयोग ने किया स्वीकार
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लोकसभा 2024 के आम चुनाव के लिए आठ और राज्य विधानसभाओं के लिए मिले थे तीन आवेदन
भुवनेश्वर। ओडिशा के झारसुगुड़ा से बीजद विधायक उम्मीदवार दीपाली दास की अपने निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम/वीवीपीएटी मेमोरी सत्यापन के लिए दायर की गयी अपील को भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने स्वीकार कर ली है। अपने पिता और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास के निधन के बाद 2023 में उपचुनाव जीतने के बाद दीपाली हाल ही में संपन्न चुनावों में झारसुगुड़ा से भाजपा के टंकधर त्रिपाठी से 1,333 मतों से हार गईं, जिसमें 1,297 नोटा वोट भी थे।
उनके आवेदन को स्वीकार करते हुए ईसीआई ने झारसुगुड़ा में 13 मतदान केंद्रों की जांच और सत्यापन की अनुमति दी है। दीपाली ने प्रति विधानसभा क्षेत्र में 5% ईवीएम की फिर से जांच करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं परिणामों से नाखुश हूं, लेकिन एक उम्मीदवार के रूप में ईवीएम के सत्यापन की मांग करना मेरा अधिकार है, क्योंकि मुझे कुछ बूथों में अनियमितताओं का संदेह है।
लोकसभा 2024 के आम चुनाव के लिए कुल आठ और राज्य विधानसभाओं के चुनाव के लिए तीन आवेदन मिले थे। इनमें झारसुगुड़ा में बीजद से, गजपतिनगरम और ओंगोल में वाईएसआरसीपी की ओर से कुल 26 मतदान केंद्रों पर परिणामों की घोषणा के बाद ईवीएम की जली हुई मेमोरी/माइक्रोकंट्रोलर की जांच/सत्यापन के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे।
अधिसूचना में कहा गया है कि जारी किए गए मानक संचालन प्रक्रिया और कानूनी स्थिति के अनुसार, सीईओ द्वारा संबंधित उच्च न्यायालयों के रजिस्ट्रार से संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में दायर चुनाव याचिका की स्थिति के सत्यापन के 4 सप्ताह के भीतर जांच और सत्यापन प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
इसमें कहा गया है कि ईवीएम इकाइयों की जली हुई मेमोरी/माइक्रोकंट्रोलर की जांच और सत्यापन के लिए कार्यप्रणाली और चरणों को सूचीबद्ध करने वाली तकनीकी मानक संचालन प्रक्रिया 19 जुलाई को चुनाव याचिका अवधि समाप्त होने से पहले आयोग द्वारा जारी की जाएगी।