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कहा- मैं सदन की गरिमा की रक्षा करूंगी
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ओडिशा विधानसभा को दूसरी महिला अध्यक्ष मिली, सुरमा पाढ़ी निर्विरोध निर्वाचित
भुवनेश्वर। नयागढ़ जिले के रणपुर से विधायक सुरमा पाढ़ी को गुरुवार को ओडिशा की 17वीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुन लिया गया।
विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन आज मुख्यमंत्री मोहन माझी ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाये जाने का प्रस्ताव रखा। संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन माझी, उप मुख्यमंत्री कनक बर्धन सिंहदेव, प्रभाती परिडा, विपक्ष के नेता नवीन पटनायक, कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति, सीपीएम विधायक लक्ष्मण मुंडा ने श्रीमती पाढ़ी को उनकी सीट तक ले गये। इसके बाद उन्होंने प्रोटेम स्पीकर रणेंद्र प्रताप स्वाईं से कार्यभार ग्रहण किया।
स्पीकर का पदभार संभालने के बाद सुरमा पाढ़ी ने कहा कि मैं सदन की गरिमा की रक्षा करूंगी। मैं निष्पक्ष रहूंगी।
मुख्यमंत्री मोहन माझी और दो उपमुख्यमंत्रियों केवी सिंहदेव और प्रभाती परिडा ने सदन में नये अध्यक्ष को बधाई दी। विपक्ष के नेता नवीन पटनायक, कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति और सीपीएम विधायक लक्ष्मण मुंडा ने नये अध्यक्ष को बधाई दी।
गौरतलब है कि बुधवार को भाजपा विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में विधानसभा के चैंबर नंबर 54 में बैठक हुई थी। इस बैठक में चर्चा के बाद विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सुरमा पाढ़ी का नाम पर मुहर लगाई गई थी। इसके बाद उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया था। नामांकन दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री मोहन माझी, दो उपमुख्यमंत्रियों केवी सिंहदेव और प्रभाती परिडा सहित अनेक मंत्री व अन्य भाजपा विधायक मौजूद थे।
इसके बाद सुरमा पाढ़ी को गुरुवार को सर्वसम्मति से ओडिशा विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया। प्रमिला मल्लिक के बाद वह इस प्रतिष्ठित पद पर आसीन होने वाली दूसरी महिला हैं। किसी अन्य राजनीतिक दल द्वारा उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारे जाने के कारण उन्हें निर्विरोध चुना गया।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कथित तौर पर बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक से बात की थी और उनकी उम्मीदवारी के लिए उनका समर्थन मांगा था।
भाजपा के पास 78 विधायकों और तीन निर्दलीयों के समर्थन के साथ सदन में स्पष्ट बहुमत है। बीजद के पास 51 और कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं और दोनों की संख्या भी विपक्षी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
सुरमा रणपुर की मूल निवासी हैं और उन्होंने 1982 में तत्कालीन रावेंशॉ कॉलेज से मास्टर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई पूरी की। इनसे पहले सितंबर 2023 में, वरिष्ठ बीजद नेता प्रमिला ने ओडिशा विधानसभा की पहली महिला स्पीकर बनकर इतिहास रच दिया। वह भी निर्विरोध चुनी गईं थीं।