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कहा- जहां स्लैब नहीं लग सकता, वहां होगी बैरिकेडिंग
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नाबालिग के खुले नाले में डूबने के बाद मंत्री ने किया घटनास्थल का दौरा
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में खुले पड़े नालों पर स्लैब लगाया जाएगा। जहां स्लैब नहीं लग पायेगा, वहां बैरिकेडिंग की जाएगी। आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए शहरी विकास मंत्री डॉ कृष्णचंद्र महापात्र ने यह दिशा-निर्देश जारी किया है। उन्होंने इस काम को सात दिनों के अंदर करने के निर्देश दिया है। यदि सात दिनों में काम नहीं किया गया, तो अधिकारियों को दंडित किया जाएगा।
नाला खुले रहने पर रिपोर्ट तलब
उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर को भारी बारिश के कारण भुवनेश्वर में यूनिट-3 मस्जिद कॉलोनी के पास खुले पड़े नाले में बहने के कारण 8 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गयी थी। इस घटना के बाद नवनियुक्त शहरी विकास मंत्री डॉ कृष्णचंद्र महापात्र ने आज घटनास्थल का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों से बातचीत भी की तथा यह जानना चाहा कि यह नाला खुला क्यों था। इस संबंध में उन्होंने बीएमसी कमिश्नर से तत्काल रिपोर्ट पेश करने को कहा।
गुब्बारा लेने की कोशिश के दौरान बहा
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दोपहर में भुवनेश्वर में बारिश दौरान यूनिट-3 मस्जिद साही के पास कुछ छोटे बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान नाले में एक गुब्बारा तैर रहा था। उनमें से एक 8 वर्षीय नाबालिग ने गुब्बारा लाने का प्रयास किया, लेकिन वह नाले में गिर गया। बारिश के कारण नाले में उफान के कारण बह गया। इसके बाद अन्य बच्चों ने परिवार को घटना के बारे में बताया, तो बचाव अभियान शुरू किया गया, आखिरकार नाबालिग लक्ष्मीसागर इलाके से मिला। बाद नाबालिग को कैपिटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सांसद अपराजिता ने जताया शोक
घटना के बाद भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने मृतक के घर जाकर संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि इस घटना ने उन्हें व्यथित कर दिया है। भगवान बच्चे की आत्मा को शांति दे और ऐसी स्थिति में परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगी कि ऐसी घटना दोबारा न हो। राज्य सरकार की ओर से घोषणा की गई कि मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये की अनुग्रह सहायता प्रदान किया जाएगा।